(शहजाद अली हरिद्वार) देहरादून ।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में “मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना” से जुड़े विकासकर्ताओं के साथ मुख्य सेवक संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और योजना के विस्तार को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस योजना से जुड़ी महिलाओं को अब “सौर सखी” के नाम से जाना जाएगा।
विकासखण्ड स्तर पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा
उन्होंने बताया कि योजना के प्रचार-प्रसार और लोगों को जागरूक करने के लिए विकासखण्ड स्तर पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, सौर प्लांटों के रख-रखाव हेतु प्रत्येक जनपद में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस योजना के अंतर्गत अब तक 250 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक 2500 मेगावाट की क्षमता विकसित की जाए।
उन्होंने बताया कि रूफटॉप सोलर प्लांट्स को बढ़ावा देने के लिए विशेष सब्सिडी दी जा रही है और पीएम सूर्यघर योजना के तहत भी लाभार्थियों को सहायता मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 से 200 किलोवाट की परियोजनाओं पर 20% से 50% तक का अनुदान दिया
मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 से 200 किलोवाट की परियोजनाओं पर 20% से 50% तक का अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही, महिलाओं, अनुसूचित जाति/जनजाति व दिव्यांगजनों को अतिरिक्त 5% अनुदान का प्रावधान है। संयंत्र स्थापित करने के लिए दिए जाने वाले ऋण पर 4% ब्याज सब्सिडी भी उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा न केवल असीमित है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है और 2070 तक देश को कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में कार्य हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2030 तक 500 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य तय
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार पलायन रोकने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए प्रयासरत है। “एक जनपद, दो उत्पाद” और “हाउस ऑफ हिमालयाज” जैसे कार्यक्रमों से स्थानीय उत्पादों और आजीविका को बढ़ावा मिला है।
इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, निदेशक उरेडा रंजना राजगुरू, यूजेवीएनएल के एमडी संदीप सिंघल व पिटकुल के एमडी पी.सी. ध्यानी उपस्थित रहे।
