(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार के सलेमपुर-दादुपुर और सुमन नगर क्षेत्रों में अवैध कबाड़खानों और प्लास्टिक जलाकर गुल्ला बनाने वाले लघु उद्योगों का ज़हरीला धंधा धड़ल्ले से जारी है।
इन गतिविधियों से निकलने वाले धुएं और रसायनिक प्रदूषण ने लोगों का दम घोंट रखा है।
रिहायशी इलाकों में लगातार जलने वाले प्लास्टिक और कचरे की दुर्गंध से जीवन नारकीय बन गया है।
स्थानीय नागरिकों में इस गंभीर समस्या को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक ने इस मुद्दे पर प्रशासन को कटघरे में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा कि “इन अवैध इकाइयों के कारण न केवल लोगों का स्वास्थ्य संकट में है, बल्कि आगजनी की घटनाएं इलाके की सुरक्षा के लिए भी बड़ा खतरा बन चुकी हैं।”
राव आफाक ने आरोप लगाया कि जनता द्वारा बार-बार की गई शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने प्रशासन से अविलंब कार्रवाई की मांग की।
उधर, स्थानीय जनता ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन जनता की पीड़ा पर कब और क्या कदम उठाता है।
