(शहजाद अली हरिद्वार)मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘The Emergency Diaries: Years that Forged a Leader’ पुस्तक पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कुछ किताबें केवल पढ़ने के लिए नहीं होतीं, बल्कि उन्हें अनुभव किया जाता है। यह पुस्तक ऐसे ही दुर्लभ अनुभवों को समेटे हुए है, जो न केवल ऐतिहासिक सच्चाई को उजागर करती है, बल्कि एक महान नेता के निर्माण की प्रक्रिया को भी दर्शाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुस्तक उस दौर की साक्षी है जब लोकतंत्र का गला घोंटा गया था, बोलना गुनाह था और चुप रह जाना आत्मसमर्पण के समान था। लेकिन उस अंधकार में भी कुछ व्यक्तित्व ऐसे थे जिन्होंने अपने विचारों की मशाल बुझने नहीं दी। उन्हीं में से एक थे आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, जिन्होंने उस संकट के समय में साहस, धैर्य और समर्पण के साथ राष्ट्र के लिए कार्य किया।
यह पुस्तक न केवल ऐतिहासिक दस्तावेज है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है। प्रधानमंत्री मोदी की जीवनयात्रा का यह अध्याय पढ़ते हुए मन गर्व और आत्मबल से भर उठता है। यह संघर्षशील भारत के निर्माण की अमिट कहानी है।
