(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार के कोतवाली नगर क्षेत्र के रोड़ीबेलवाला में 4 वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या के मामले में हरिद्वार पुलिस ने कड़ी मेहनत और मैनुअल पुलिसिंग के जरिए आरोपी सूरज को गिरफ्तार कर लिया है।
यह हृदयविदारक मामला तब सामने आया जब 13 मई को बच्ची अपने घर से लापता हो गई और 16 मई की सुबह उसका शव रेलवे सुरंग से बरामद हुआ।
मृतका के पिता ने पुलिस को बताया कि सूरज नामक युवक, जो बीते कुछ महीनों से उनके साथ झुग्गी में रह रहा था, बच्ची को लेकर चला गया। सूरज कबाड़ बीनने का काम करता था और नशे का आदी था।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने स्वयं घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया और कई पुलिस टीमें गठित कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
इस मामले में कोई डिजिटल सुराग नहीं था—न मोबाइल ट्रेसिंग, न सर्विलांस सपोर्ट। बावजूद इसके पुलिस टीम ने हरिद्वार से लेकर सहारनपुर तक करीब 600 से अधिक CCTV कैमरे खंगाले, झुग्गियों में रह रहे सैकड़ों लोगों से पूछताछ की, सोशल मीडिया के माध्यम से जनसहयोग मांगा और दिन-रात मेहनत करते हुए आरोपी को लक्सर के कबाड़ी इलाके के पास बने खंडहर से धर दबोचा।
पूछताछ में सूरज ने खुलासा किया कि मृतका की मां से उसके अवैध संबंध थे। एक दिन बच्ची के पिता ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया, जिससे आहत होकर उन्होंने सूरज की पिटाई की और उसे झोपड़ी से निकाल दिया। इस अपमान का बदला लेने के लिए सूरज ने मासूम बच्ची को बहला-फुसलाकर सुरंग में ले जाकर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
एसएसपी डोबाल ने इस केस को “अंधेरे में सुई खोजने” जैसा बताया और पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा कि इस जघन्य अपराध को सुलझाने के लिए जिस धैर्य, समर्पण और मेहनत का परिचय दिया गया, वह प्रेरणादायक है। आईजी गढ़वाल ने टीम को ₹25,000 और एसएसपी ने ₹5,000 का इनाम घोषित किया।
यह मामला पुलिस की कार्यकुशलता और मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का बेहतरीन उदाहरण बन गया है।
