(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र (एटीसी), हरिद्वार में आयोजित भव्य दीक्षांत परेड में कुल 112 परिवहन आरक्षियों ने 21 दिवसीय प्रशिक्षण पूर्ण कर कर्तव्यनिष्ठा की शपथ ली। इस विशेष अवसर पर उत्तराखण्ड पुलिस के प्रशिक्षण महानिरीक्षक श्री अनन्त शंकर ताकवाले (आईपीएस) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जिन्होंने प्रशिक्षण पूरा कर चुके परिवहन आरक्षियों को राष्ट्र एवं समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने की शपथ दिलाई।
दीक्षांत परेड का संचालन प्रशिक्षु महिला परिवहन आरक्षी प्रिया के नेतृत्व में किया गया। परेड में कुल 6 टोलियों ने भाग लिया, जिनका नेतृत्व उनके टोली कमांडरों ने किया।
परेड का निरीक्षण मुख्य अतिथि द्वारा किया गया, जिसके पश्चात प्रशिक्षुओं ने आकर्षक मार्च पास्ट कर अनुशासन और एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए मंच को सलामी दी।
एटीसी के अपर पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार ने प्रशिक्षण की प्रशासनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण 2 जून से शुरू हुआ था।
इसमें परिवहन आरक्षियों को विभिन्न तकनीकी, सामाजिक एवं प्रशासनिक पहलुओं पर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में साइबर क्राइम, लैंगिक संवेदनशीलता, आपदा प्रबंधन, सड़क सुरक्षा, सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट, व्यक्तित्व विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया।
इसके अतिरिक्त, प्रशिक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाने हेतु स्मार्ट क्लासरूम, इंटरेक्टिव पैनल, एल्कोमीटर, रेडार गन जैसे नवीनतम तकनीकी संसाधनों का प्रयोग किया गया।
प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रशिक्षुओं एवं प्रशिक्षण स्टाफ का आचरण और अनुशासन उच्चकोटि का रहा, जिसके लिए सभी को मुख्य अतिथि द्वारा सराहा गया। विशेष उपलब्धियों के लिए प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत भी किया गया।
‘सर्वांग सर्वोत्तम प्रशिक्षु’ के रूप में परिवहन आरक्षी अर्जुन सिंह को चुना गया। इसके अतिरिक्त, अन्तः कक्ष में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रशिक्षु मोहम्मद शोएब अली सलमानी, बाह्य कक्ष में महिला आरक्षी प्रिया तथा सर्वश्रेष्ठ अनुशासन के लिए महिला प्रशिक्षु अर्चना को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि अनन्त शंकर ताकवाले ने अपने संबोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण परिवहन आरक्षियों को न केवल प्रशासनिक बल्कि व्यावहारिक स्तर पर भी सक्षम बनाएगा।
उन्होंने प्रशिक्षण स्टाफ और संस्थान की व्यवस्थाओं की सराहना की और प्रशिक्षुओं को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर डॉ. अनीता चमोला, संभागीय परिवहन अधिकारी, देहरादून ने कहा कि परिवहन आरक्षियों की भूमिका सड़क सुरक्षा एवं प्रवर्तन के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इस प्रशिक्षण के माध्यम से वे उत्तराखण्ड के परिवहन विभाग को एक नई शक्ति प्रदान करेंगे।
मंच संचालन प्रशिक्षु निशा जोशी एवं कविता महर द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में एटीसी अधिकारियों तथा परिवहन विभाग की ओर से सभी प्रशिक्षकों, स्टाफ और सहभागियों का आभार व्यक्त किया गया।
