(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में उच्चाधिकारियों के साथ अहम बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक जिले में दो-दो आदर्श गांव विकसित करने की योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम सारकोट की तर्ज पर इन गांवों में समग्र विकास, आजीविका संवर्द्धन और बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि इन गांवों में कृषि, बागवानी, पशुपालन, मौनपालन, डेयरी विकास और मशरूम उत्पादन जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए इंटीग्रेटेड एप्रोच के तहत विकास कार्य किए जाएं। गांवों को स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली के अनुरूप सुसज्जित कर शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों के विपणन के लिए व्यवस्था विकसित की जाए और स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत कर आजीविका के अवसरों को बढ़ावा दिया जाए। सौर ऊर्जा के माध्यम से गांवों को स्वावलंबी बनाने की बात भी कही गई।
बैठक में चारधाम यात्रा मार्गों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अशांति फैलाने वाले तत्वों पर सख्त कार्रवाई करने, स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान, तथा साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने हरिपुर कालसी घाट, हनोल और जागेश्वर मास्टर प्लान पर तेजी से काम करने और यात्रा मार्गों से जुड़े गांवों को होमस्टे योजना से जोड़ने के निर्देश भी दिए। बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
