(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार जिले के बहादराबाद क्षेत्र के दादूपुर-गोविंदपुर गांव में शुक्रवार तड़के भीषण आग की घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। सुबह करीब 4 बजे सात कबाड़ गोदामों में एक साथ आग लग गई, जिससे लाखों का सामान जलकर खाक हो गया। आग इतनी विकराल थी कि लपटें दूर तक दिखाई दीं और धुएं ने पूरे रिहायशी क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया।
दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक अधिकांश गोदाम पूरी तरह जल चुके थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, गोदामों में ज्वलनशील सामग्री जैसे पुराने तेल के ड्रम, प्लास्टिक, रबड़ और तारों का अंबार था।
यह पहला मौका नहीं है जब दादूपुर-गोविंदपुर क्षेत्र में ऐसी घटना हुई हो। इससे पहले भी यहां कई बार आग लग चुकी है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ये सभी कबाड़ गोदाम रिहायशी इलाके में अवैध रूप से चल रहे हैं और इनके पास अग्निशमन विभाग की एनओसी तक नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस बारे में कई बार जिला प्रशासन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और दमकल विभाग को शिकायतें भेजीं। सीएम हेल्पलाइन और प्रधानमंत्री कार्यालय तक मेल और पत्र भेजे गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्रशासन की चुप्पी को लेकर स्थानीय जनता में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि यह लापरवाही नहीं बल्कि जानबूझकर की गई नजरअंदाजी है।
एक छोटी सी चिंगारी पूरे मोहल्ले को तबाह कर सकती है, लेकिन फिर भी गोदाम खुलेआम चल रहे हैं।फायर विभाग पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं
कि बिना एनओसी के ये इकाइयां कैसे संचालित हो रही हैं। विभाग के अधिकारियों ने कथित तौर पर कई बार निरीक्षण किया, लेकिन कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रही।
जनता की मांग है कि इन अवैध गोदामों को तत्काल प्रभाव से सील किया जाए, जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
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