न्यूज़ फ्लैश
“ऑपरेशन कालनेमि की बड़ी सफलता: ज्वालापुर पुलिस ने ढोंगी तांत्रिकों का किया भंडाफोड़, लाखों की ठगी का खुलासा” “योग साधना से लेकर साहित्य साधकों तक और सात्विक विवाह से लेकर पर्यटन को नई उड़ान देने तक, ‘लेखक गाँव’ बनेगा संस्कृति और परंपरा का अद्वितीय केंद्र : त्रिवेन्द्र सिंह रावत” “पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का हरिद्वार आगमन पर भव्य स्वागत, बहादराबाद टोल प्लाजा धरना स्थल पर पहुँचकर किसानों को दिया मजबूत समर्थन – फल वितरण कर जताई संवेदना, कांग्रेस पदाधिकारियों संग किया किसानों की लड़ाई में हर संभव मदद का ऐलान” “रतमऊ नदी के प्रचंड बहाव से रूड़की-धनौरी क्षेत्र की पारेषण लाइनें संकट में, टावरों को बचाने की जंग में अधिशासी अभियंता अशोक कुमार की अगुवाई में बिजली विभाग ने युद्धस्तर पर संभाली कमान” “ज्वालापुर में ओमकार लाइफ लाइन मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का भव्य शुभारंभ, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व महिला मोर्चा अध्यक्ष संतोष चौहान ने किया उद्घाटन” “अध्यक्ष प्रदीप यादव और महासचिव हरीश चंद्र यादव के नेतृत्व में हरिद्वार की श्री यादव धर्मशाला में भक्तिरस से सराबोर हुआ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव, झांकियों-भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण से गूँजा पूरा परिसर”
Home » निर्देश » उत्तराखण्ड में ‘बुके नहीं बुक’ का संदेश: सीएम धामी ने दिया ई-लाइब्रेरी और साहित्य ग्रामों के निर्माण का निर्देश

उत्तराखण्ड में ‘बुके नहीं बुक’ का संदेश: सीएम धामी ने दिया ई-लाइब्रेरी और साहित्य ग्रामों के निर्माण का निर्देश

(शहजाद अली हरिद्वार)मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की साधारण सभा एवं प्रबन्ध कार्यकारिणी समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की लोकभाषाओं, लोककथाओं, साहित्य व सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए।मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि किसी को भेंट स्वरूप फूलों के बुके की बजाय पुस्तक भेंट करने की परंपरा विकसित की जाए। उन्होंने उत्तराखण्ड की लोक भाषाओं, लोक कथाओं, गीतों और साहित्य के डिजिटलीकरण की दिशा में कार्य करने और इसके लिए ई-लाइब्रेरी बनाए जाने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि विद्यालयों में सप्ताह में एक दिन स्थानीय बोली में भाषण, निबंध व अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं, ताकि बच्चों में अपनी भाषाई विरासत के प्रति रुचि उत्पन्न हो। इसके अतिरिक्त, उत्तराखण्ड भाषा एवं साहित्य महोत्सव का आयोजन कर देशभर के साहित्यकारों को आमंत्रित किया जाएगा।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि ‘उत्तराखण्ड साहित्य भूषण सम्मान’ की राशि को ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹5.51 लाख किया जाएगा तथा दीर्घकालिक साहित्य सेवियों को ₹5 लाख की सम्मान राशि के साथ विशेष सम्मान प्रदान किया जाएगा। साथ ही, 18 से 24 और 25 से 35 वर्ष की दो आयु श्रेणियों में युवा रचनाकारों के लिए ‘युवा कलमकार प्रतियोगिता’ आयोजित की जाएगी।

दूरस्थ क्षेत्रों तक सचल पुस्तकालय पहुंचाने, छोटे-छोटे वीडियो के माध्यम से बच्चों में भाषाओं के प्रति रुचि बढ़ाने और बड़े प्रकाशकों के सहयोग से विविध विषयों की पुस्तकें उपलब्ध कराने की योजना पर भी सहमति बनी। पौराणिक ‘बाकणा’ गायन पर अभिलेखीकरण, गोविंद बल्लभ पंत का साहित्य संकलन और उच्च हिमालयी भाषाओं पर शोध भी इन प्रयासों में शामिल हैं।

बैठक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल समेत वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद और संस्थान के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

68 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

“पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत का हरिद्वार आगमन पर भव्य स्वागत, बहादराबाद टोल प्लाजा धरना स्थल पर पहुँचकर किसानों को दिया मजबूत समर्थन – फल वितरण कर जताई संवेदना, कांग्रेस पदाधिकारियों संग किया किसानों की लड़ाई में हर संभव मदद का ऐलान”

“रतमऊ नदी के प्रचंड बहाव से रूड़की-धनौरी क्षेत्र की पारेषण लाइनें संकट में, टावरों को बचाने की जंग में अधिशासी अभियंता अशोक कुमार की अगुवाई में बिजली विभाग ने युद्धस्तर पर संभाली कमान”

“अध्यक्ष प्रदीप यादव और महासचिव हरीश चंद्र यादव के नेतृत्व में हरिद्वार की श्री यादव धर्मशाला में भक्तिरस से सराबोर हुआ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव, झांकियों-भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण से गूँजा पूरा परिसर”