(शहजाद अली हरिद्वार) बहादराबाद,21 जुलाई 2025: श्रावण मास में हरिद्वार में आयोजित हो रहे कांवड़ मेले में इस बार भी सेवा का भाव पूरे चरम पर देखने को मिला। बहादराबाद हाईवे पर श्रमिक सेवा संघ व सिडकुल की प्रमुख कंपनियों के संयुक्त तत्वावधान में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में कांवड़ियों को प्रसाद वितरित किया गया।
इस सेवा अभियान का नेतृत्व सायनोकेम फार्मास्युटिकल के प्रोडक्शन वीपी श्री बालेंद्र चौधरी, क्वालिटी हेड श्री दीपक बेनीवाल और कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रत्याशी व इंटेक महासचिव श्री राजबीर
सिंह चौहान ने किया। इन तीनों समाजसेवियों के समर्पण व संगठन क्षमता ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
भंडारे में शिवभक्तों को कड़ी-चावल, हलवा, चाय, केले और शीतल जल वितरित किया गया।
यह भंडारा न केवल भोजन की पूर्ति कर रहा था, बल्कि यात्रियों को गर्मी व थकान से राहत देने के लिए विश्राम स्थल की भी व्यवस्था की गई थी।
सेवा भावना से ओतप्रोत श्रमिक सेवा संघ की टीम पिछले पांच वर्षों से इस पावन आयोजन को संचालित कर रही है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी टीम ने सेवा को धर्म और पुण्य का माध्यम मानते हुए पूरी निष्ठा से कार्य किया।इस बार के आयोजन में सिडकुल की कई प्रतिष्ठित कंपनियों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी बड़-चढ़कर भाग लिया। मैस्कॉट फार्मा के जीएम श्री जयबीर त्यागी, समाजसेवी रविराज चौहान, पुष्पेंद्र सिंह, दुर्गेश शर्मा, नीरज सिंह, कपिल चौहान, नीरज गुप्ता, देवेंद्र राणा, मोहन राणा, अजय चौधरी, बलराज चौधरी, रजत धीमान, शिशिर उपाध्याय, सत्य प्रकाश दुबे, परवीन पांडे, विपिन चौहान और सतीश चौहान जैसे अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को गरिमा प्रदान की।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी सदस्यों ने सेवा को ही सर्वोपरि बताया। उन्होंने कहा कि “कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक आस्था का पर्व नहीं, बल्कि यह सेवा, सहयोग और समर्पण की जीवंत मिसाल है।
जब तक हम इन शिवभक्तों की यात्रा को सहज नहीं बनाते, तब तक हमारा धर्म अधूरा है।”शिवभक्तों ने भी इस भंडारे की जमकर सराहना की। कई कांवड़ियों ने कहा कि बहादराबाद हाईवे पर यह भंडारा हर बार उनका ठहराव स्थल बन जाता है क्योंकि यहां उन्हें सच्ची आत्मीयता और श्रद्धा से सेवा मिलती है।
बालेंद्र चौधरी ने कहा कि “सेवा का यह अवसर हमें ईश्वर की कृपा से प्राप्त होता है, और जब समाज के इतने सारे लोग एक साथ मिलकर इसे सफल बनाते हैं, तो यह एक पर्व से कम नहीं लगता।”
दीपक बेनीवाल ने कहा, “हमारा प्रयास है कि आने वाले वर्षों में इस भंडारे का दायरा और बड़ा हो, और अधिक शिवभक्तों तक सेवा पहुंच सके।”
राजवीर सिंह चौहान ने भी इस अवसर पर सभी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि “हर साल यह आयोजन हमारी संस्कृति और एकता का प्रतीक बनता जा रहा है। यह केवल खाद्य सेवा नहीं, बल्कि आत्मीयता का वितरण है।”भंडारे की व्यवस्था इतनी सुव्यवस्थित थी कि कोई अव्यवस्था या अव्यवधान नहीं देखा गया। भोजन वितरण से लेकर साफ-सफाई और पीने के पानी तक, सभी व्यवस्थाएं श्रमिक सेवा संघ और सिडकुल की टीम द्वारा बेहतरीन तरीके से संचालित की गईं।
इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि जब निजी संस्थान, सामाजिक संगठन और समाजसेवी मिलकर कार्य करते हैं, तो किसी भी कार्य को भव्यता और पवित्रता के साथ पूरा किया जा सकता है।
कांवड़ यात्रा के इस पावन अवसर पर ऐसा आयोजन न केवल धर्म की सेवा है, बल्कि मानवता की सबसे ऊंची मिसाल भी है।
इस सेवा भावना और एकजुटता के उदाहरण ने कांवड़ मेले में एक नई ऊर्जा का संचार किया और हजारों शिवभक्तों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी। ऐसे आयोजनों की निरंतरता ही समाज में सकारात्मकता और सह-अस्तित्व की भावना को मजबूती देती है।
