न्यूज़ फ्लैश
हरिद्वार जनपद में पारदर्शिता और अनुशासन की दिशा में बड़ा कदम: 26 विभागों में लंबे समय से एक ही पद पर कार्यरत 268 कर्मचारियों का स्थानान्तरण, शेष को एक सप्ताह में कार्रवाई के निर्देश कलियर में अवैध सट्टा-जुए के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (एकता) का बड़ा विरोध, चार सूत्रीय मांगों को लेकर SP देहात को सौंपा गया ज्ञापन, चेताया—यदि कार्रवाई नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन जमानत पर रिहा होते ही शक्ति प्रदर्शन की कोशिश, विधायक प्रतिनिधि बनकर निकाली रैली — अनीश पर पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, गिरफ्तारी को दबिश जारी जिलाधिकारी ने ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप का किया निरीक्षण, चारधाम यात्रियों की सुविधाओं को लेकर दिए सख्त निर्देश “श्रमयोग से राष्ट्रयोग की ओर: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय मजदूर संघ के 70वें वर्ष समापन समारोह में श्रमिकों को बताया राष्ट्र निर्माण का स्तंभ” “शिवालिकनगर पालिका में भ्रष्टाचार के खिलाफ फूटा जनाक्रोश: चेयरमैन राजीव शर्मा पर गंभीर आरोप, SIT जांच और सार्वजनिक ऑडिट की मांग तेज”
Home » यात्रा » कांवड़ यात्रा 2025: ‘नभ नेत्र’ ड्रोन से निगरानी, सचेत एप और आपदा मित्रों की तैनाती से बढ़ेगी सुरक्षा

कांवड़ यात्रा 2025: ‘नभ नेत्र’ ड्रोन से निगरानी, सचेत एप और आपदा मित्रों की तैनाती से बढ़ेगी सुरक्षा

(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार में इस वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) का अत्याधुनिक ‘नभ नेत्र’ ड्रोन तैनात रहेगा, जो भीड़भाड़ वाले स्थानों, सड़कों, घाटों और पुलों की निरंतर निगरानी करेगा। ड्रोन से प्राप्त लाइव विजुअल्स राज्य और जिला आपातकालीन परिचालन केंद्रों में मॉनिटर किए जाएंगे, जिससे किसी भी आपदा या आकस्मिक स्थिति से त्वरित तरीके से निपटा जा सके।

यूएसडीएमए कंट्रोल रूम में आयोजित तैयारियों की समीक्षा बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) श्री आनंद स्वरूप ने बताया कि इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) की अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने संबंधित जिलों को निर्देशित किया कि यात्रा से जुड़े सभी आपदा प्रबंधन कार्य आईआरएस के अंतर्गत नियोजित किए जाएं और विभागीय समन्वय के लिए प्रत्येक विभाग एक सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट अधिकारी नामित करे।

सचेत एप बनेगा सहायक:
डीआईजी श्री राजकुमार नेगी ने बताया कि ‘सचेत एप’ के जरिए कांवड़ यात्रियों को मौसम संबंधी चेतावनियां और जरूरी अलर्ट समय पर मिल सकेंगे। एंट्री प्वाइंट्स पर एप डाउनलोड के लिए होर्डिंग्स और बारकोड लगाए जाएंगे। यात्रियों को आपात स्थिति में टोल फ्री नंबर 112, 1070 और 1077 के इस्तेमाल की जानकारी भी दी जाएगी।

सुरक्षा प्रबंधन के व्यापक इंतजाम:
बैठक में जानकारी दी गई कि SDRF, NDRF, जल पुलिस तथा 60 आपदा मित्र गंगा घाटों पर तैनात रहेंगे। कांगड़ा घाट में विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। आपात स्थिति में देहरादून से भी NDRF की अतिरिक्त टीमें भेजी जा सकेंगी।

बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त सचिव विक्रम सिंह राणा, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मौ. ओबैदुल्लाह अंसारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

100 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!