(शहजाद अली हरिद्वार)रूडकी। उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती स्थापना वर्षगांठ के सुअवसर पर जनपद हरिद्वार में स्वच्छता के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल की गई।
जिलाधिकारी महोदय, माननीय अध्यक्ष जी एवं निदेशक महोदया पंचायतीराज उत्तराखंड के दिशा-निर्देशानुसार जिला पंचायत हरिद्वार द्वारा विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई और प्लास्टिक कचरा निस्तारण का महत्त्वपूर्ण कार्य किया गया।
इस विशेष स्वच्छता अभियान के अंतर्गत दिनांक 07 नवंबर 2025 को विकास खंड रुड़की के ग्रामीण बाजार तांसीपुर एवं धनौरी में स्वच्छता टीमों ने मिलकर लगभग 1.00 कुंतल पॉलिथीन और प्लास्टिक कचरा एकत्र किया।
यह कचरा पर्यावरण के लिए अत्यंत हानिकारक माना जाता है, इसलिए इसे जिम्मेदारीपूर्वक काम्पेक्टर शैडों में भेजकर निस्तारित किया गया।
वहीं, अभियान की निरंतरता बनाए रखते हुए दिनांक 08 नवंबर 2025 को विकास खंड नारसन के ग्रामीण बाजार लिब्बरहेड़ी एवं नूरपुर बूडपुर क्षेत्रों में भी इसी तरह की सफाई मुहिम चलाई गई।
इस दौरान स्वच्छता कर्मियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर करीब 1.00 कुंतल अतिरिक्त पॉलिथीन और प्लास्टिक कचरा एकत्रित कर उसका उचित निस्तारण किया।
अभियान का मुख्य उद्देश्य न केवल बाजारों और सड़कों को स्वच्छ बनाना था, बल्कि ग्रामीण जनता में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना भी रहा।
जिला पंचायत हरिद्वार की यह पहल “स्वच्छ उत्तराखंड – सशक्त उत्तराखंड” के संकल्प को साकार करती नजर आई।
स्थानीय लोगों ने भी अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लिया और स्वच्छता के महत्व को समझते हुए अपने आस-पास सफाई बनाए रखने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर पंचायत अधिकारियों ने कहा कि राज्य की रजत जयंती वर्षगांठ को स्वच्छता के संकल्प के रूप में मनाना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।
जिला पंचायत द्वारा चलाया गया यह दो दिवसीय स्वच्छता महाअभियान वास्तव में रजत जयंती वर्ष का स्वर्णिम अध्याय बन गया,
जिसने न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी का उदाहरण भी प्रस्तुत किया।




































