न्यूज़ फ्लैश
“धर्मनगरी हरिद्वार में महाअभियान: डीएम मयूर दीक्षित की निगरानी में सड़क से घाट तक ‘क्लीन हरिद्वार मिशन’ हुई तेज, अवैध दुकानें हटीं और स्वच्छता का बिगुल जोरदार” “धनौरी स्थापना दिवस पर बहुगुणा का बड़ा संदेश—जो युवा उत्तराखंड का नाम रोशन करे, वही राज्य का सच्चा ब्रांड एंबेसडर; शिक्षा और प्रतिभा से ही बनेगी नई पहचान” “शिवालिक नगर में विकास की बयार: अध्यक्ष राजीव शर्मा ने दिल खोलकर शुरू कराए सड़क–नाली–पुलिया कार्य, हर वार्ड को ‘मॉडल नगर’ बनाने की बड़ी पहल” “लौह पुरुष की 150वीं जयंती पर हरिद्वार में उमड़ा उत्साह: स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में निकला भव्य रन फॉर यूनिटी, जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत” “जीवनदीप आश्रम में धामी का दिव्य संदेश: संतों के सान्निध्य में आध्यात्मिक महोत्सव, शहीद चौक का लोकार्पण और उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प” बहादराबाद सहकारी समिति में नई ऊर्जा की दस्तक: किसान नेता अनिल चौहान बने निर्विरोध सभापति, सुशांत चौहान उपाध्यक्ष—किसानों में उम्मीदों की लहर
Home » महोत्सव » “भक्ति, समर्पण और परंपरा का अद्भुत संगम: स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज के सान्निध्य में भारत माता मंदिर में धूमधाम से मना अन्नकूट महोत्सव”

“भक्ति, समर्पण और परंपरा का अद्भुत संगम: स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज के सान्निध्य में भारत माता मंदिर में धूमधाम से मना अन्नकूट महोत्सव”

(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। भारत माता मंदिर में अन्नकूट महोत्सव हर्षोल्लास और श्रद्धापूर्वक मनाया गया। भगवान को छप्पन प्रकार का भोग लगाया गया। श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि लंबी आयु आरोग्य की प्राप्ति अन्नकूट पर्व मनाने से प्राप्त होती है। आध्यात्मिक ऊर्जा से ही मनुष्य कल्याण संभव है। परिवारों में सुख समृद्धि शांति का वास होता है। उन्होंने कहा कि अन्नकूट महोत्सव भक्ति समर्पण और परंपरा का संगम है। सनातन संस्कृति एवं परंपरांओं के निर्वहन से देश दुनिया में हिंदू संस्कृति की पहचान है। अन्नकूट महोत्सव का महत्व की जानकारी सभी को होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य कल्याण में योगदान देते रहें। अन्नकूट महोत्सव के धार्मिक महत्व को समझने की आवश्यकता है। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि प्रतिवर्ष धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। भक्ति पूर्ण तरीके से अन्नकूट महोत्सव धार्मिक संदेश भी समाज को देता है। अन्नकूट महोत्सव में छप्पन भोग की परंपरा का उल्लेख पूर्व से ही मिलता है। सामाजिक महत्व को समझने की आवश्यकता है। गरीब निसहाय निर्धन परिवारों के उत्थान में योगदान दें। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज सनातन धर्म संस्कृति की पताका को देश विदेश में फहराने में योगदान दे रहे है। समन्वय सेवा ट्रस्ट एवं भारत माता जनहित ट्रस्ट के सचिव आईडी शास्त्री ने सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया। महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी, स्वामी आत्मानंद, स्वामी कैलाशा नंद, स्वामी शिव आत्मानंद सहित कई संत महंत और श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।

388 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *