(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार। करवा चौथ की रात जब पूरा हरिद्वार आस्था और उल्लास से सराबोर था, उस समय एक महिला अधिकारी ने अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण का ऐसा उदाहरण पेश किया जो प्रेरणा देने वाला है।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (ARTO) नेहा झा और रुड़की ARTO कृष्ण चंद पलाडिया ने करवा चौथ की रात से लेकर अगली सुबह तक बहादराबाद पुलिस टीम के साथ मिलकर सड़कों पर प्रवर्तन अभियान चलाया।
इस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि त्योहार की भीड़ में भी यातायात व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त रहे और कोई भी वाहन चालक नियमों की अनदेखी न करे।
त्योहार की रात भी जब महिलाएं उपवास रखकर चांद के दीदार का इंतजार कर रही थीं, उस समय नेहा झा अपने कार्यालय के दायित्व निभाते हुए सड़कों पर गश्त कर रही थीं।
उन्होंने महिला सशक्तिकरण की सच्ची मिसाल बनते हुए यह दिखाया कि अनुशासन और कानून व्यवस्था कायम रखना एक अधिकारी की सर्वोच्च प्राथमिकता है,
चाहे अवसर पर्व का ही क्यों न हो।इस विशेष अभियान के दौरान यातायात नियम तोड़ने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की गई। जांच के दौरान 70 चालान काटे गए और 8 वाहन सीज किए गए।
कई वाहन चालकों को मौके पर ही यातायात नियमों के संबंध में जागरूक भी किया गया। इस कार्रवाई में उप निरीक्षक मनोज कुमार और उनकी पुलिस टीम ने भी पूरी लगन के साथ सहयोग दिया।
देर रात तक चले इस संयुक्त अभियान ने न केवल यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा, बल्कि नियमों की अनदेखी करने वालों में हड़कंप मचा दिया।
इस अभियान की खास बात यह रही कि करवा चौथ जैसी पावन रात में भी नेहा झा ने ‘फर्ज़ पहले’ के सिद्धांत पर चलते हुए कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया।
उन्होंने यह साबित किया कि एक सच्चा अधिकारी त्योहारों के बीच भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटता।
यह अभियान न केवल कानून की मजबूती का प्रतीक बना, बल्कि समाज में जिम्मेदारी और अनुशासन के प्रति सकारात्मक संदेश भी छोड़ गया —
कि नियमों के पालन से ही सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है।




































