(शहजाद अली हरिद्वार) बहादराबाद। थाना बहादराबाद पुलिस ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है, जिसमें पूर्व जिला पंचायत सदस्य जाकिर अपनी ही हत्या की झूठी साजिश रचकर विपक्षी को फंसाने की कोशिश कर रहा था।
जाकिर ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया था कि उसके विपक्षी जावेद और अन्य ने उसे मारने के लिए 30 लाख रुपये की सुपारी दी है। मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने गहन जांच शुरू की, जिसमें सच सामने आ गया।
जांच में पता चला कि जाकिर का जावेद से तीन-चार साल से जमीनी विवाद चल रहा है। दबाव बनाने और झूठा मुकदमा दर्ज करवाने के लिए जाकिर ने आजम, उस्मान और सोहेल को 50,000 रुपये का लालच देकर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से अपनी ही कार पर फायरिंग करने की योजना बनाई थी।
इसका उद्देश्य विपक्षी पर हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाना था।सख्त पूछताछ में साजिश का पर्दाफाश हो गया और सभी आरोपी आपस में ही आरोप-प्रत्यारोप करने लगे। पुलिस ने जाकिर, खालिक, उस्मान, सोहेल, आजम और शाजिद को हिरासत में लिया।
जाकिर की लाइसेंसी पिस्टल, जिसका रिन्यूवल समाप्त हो चुका था, उसके भतीजे खालिक से बरामद हुई। लाइसेंस की शर्तों के उल्लंघन में जाकिर और खालिक पर आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया और लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी जा रही है।पुलिस ने स्पष्ट किया है कि निर्दोष को फंसाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जाकिर के खिलाफ पहले भी कई गंभीर मामले दर्ज हैं, जिनमें मारपीट, धमकी और सरकारी कार्य में बाधा जैसे अपराध शामिल हैं। यह मामला पुलिस की सतर्कता और सच्चाई उजागर करने की क्षमता का स्पष्ट उदाहरण है




































