(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जी अभ्यर्थी बैठाने वाले अन्तर्राज्यीय नकल गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना प्रणव कुमार और उसके साथी आयुष कुमार पाठक को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई ONGC केंद्रीय विद्यालय में आयोजित CBSE भर्ती परीक्षा के दौरान एक संदिग्ध परीक्षार्थी के पकड़े जाने के बाद हुई।
जांच में पता चला कि आरोपी प्रणव कुमार, बिहार व झारखंड के अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर साल्वर के ज़रिए परीक्षा दिलवाता था। आयुष कुमार को गौतम कुमार पासवान नामक अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दिलाने के लिए 3 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था, जिसमें से 1 लाख रुपये नकद और ₹25,000 पेटीएम के माध्यम से पहले ही दिए जा चुके थे।
गिरोह फोटो एडिटिंग एप से असली और फर्जी परीक्षार्थियों के फोटो मिलाकर प्रवेश पत्र तैयार करता था, जिससे पहचान में कठिनाई होती थी। CBSE की बायोमैट्रिक जांच से यह फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
पुलिस ने आरोपियों के पास से नकदी और मोबाइल बरामद कर आगे की जांच शुरू कर दी है। गिरोह द्वारा पूर्व में भी कई परीक्षाओं में इस तरह की धोखाधड़ी की गई थी।
