(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार। पुलिस अधीक्षक जीआरपी तृप्ति भट्ट के निर्देशन में जीआरपी हरिद्वार एवं SOG जीआरपी की संयुक्त टीम ने बावरिया गैंग के सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। यह कार्रवाई चैन स्नैचिंग की एक घटना से जुड़ी थी, जिसमें पीड़िता वादिया निवासी बैंगलुरु, कर्नाटक की तहरीर पर पुरानी दिल्ली जीआरपी में ZERO FIR दर्ज हुई थी।
घटना रेलवे स्टेशन हरिद्वार क्षेत्र में घटित होने के कारण यह मुकदमा जीआरपी हरिद्वार को स्थानांतरित किया गया, जहां धारा 303(2) BNS के तहत केस पंजीकृत हुआ।
घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना अध्यक्ष जीआरपी हरिद्वार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया और मुखबिर तंत्र की मदद से 07 अगस्त 2025 को शामली (उत्तर प्रदेश) निवासी सावन पुत्र श्रवण कुमार (उम्र 28) को 20,000 रुपये नगद बरामदगी सहित गिरफ्तार कर लिया। उस पर धारा 304(2), 317(2), 3(5) BNS के तहत कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त का साथी विकास पुत्र साधुराम, जो समान मामले में वांछित है, फरार है और उसकी तलाश जारी है। पुलिस आरोपी के आपराधिक इतिहास की भी जांच कर रही है।
पुलिस टीम में शामिल
उपनिरीक्षक अनुज सिंह, उपनिरीक्षक प्रमोद कुमार (थाना जीआरपी हरिद्वार), हेड कांस्टेबल करुणेश कुमार, हेड कांस्टेबल दीपक चौधरी (SOG जीआरपी हरिद्वार) एवं कांस्टेबल प्रदीप कुमार (थाना जीआरपी हरिद्वार) शामिल रहे।
यह कार्रवाई जीआरपी की सतर्कता, त्वरित प्रतिक्रिया और प्रभावी समन्वय का उदाहरण है, जिससे अपराधियों के हौसले पस्त हुए हैं।
