(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 25 जुलाई:पवित्र मां गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को बनाए रखने के उद्देश्य से 26 जुलाई को प्रातः 7:30 बजे हरिद्वार के सभी प्रमुख गंगा घाटों और कांवड़ यात्रा मार्ग पर एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले के समस्त जोनल एवं नोडल अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन, नगर निगम, एचआरडीए, स्वास्थ्य विभाग और समाज के विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक एचआरडीए सभागार में सम्पन्न हुई, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, उपाध्यक्ष हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) अंशुल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार, डीएफओ वैभव कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, फिंचाराम चौहान, एसपी सिटी पंकज गैरोला, सचिव एचआरडीए मनीष कुमार, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
गंगा की स्वच्छता में सबका सहयोग अनिवार्य
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि मां गंगा देश की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान हैं। गंगा की स्वच्छता केवल प्रशासन का दायित्व नहीं, बल्कि हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने निर्देश दिए कि 26 जुलाई को चलाए जाने वाले विशेष स्वच्छता अभियान को पूरी गंभीरता और समर्पण के साथ संचालित किया जाए। सभी जोनल और नोडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें और आपसी समन्वय के साथ कार्य करें।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रकार से कांवड़ मेले को सभी विभागों और जन सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न कराया गया, उसी भावना से गंगा घाटों की स्वच्छता में भी सबका सहयोग जरूरी है। आम जनमानस, जनप्रतिनिधि, संत समाज, व्यापारी संगठन, स्वयंसेवी संस्थाएं और विभिन्न आश्रमों के प्रतिनिधियों से अपील की गई कि वे इस विशेष अभियान में भाग लेकर मां गंगा को स्वच्छ रखने के इस प्रयास को जन आंदोलन बनाएं।
पुलिस प्रशासन का भी मिलेगा पूरा सहयोग
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने आश्वासन दिया कि पुलिस प्रशासन इस अभियान में पूर्ण सहयोग देगा। उन्होंने कहा कि गंगा केवल हरिद्वार की नहीं, बल्कि पूरे देश की आस्था का केंद्र हैं। इस विशेष स्वच्छता अभियान को सफल बनाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। पुलिस बल, होमगार्ड, पीएसी और सिविल डिफेंस के जवान भी इस अभियान में भाग लेंगे।
नोडल अधिकारियों को दिए गए विशेष निर्देश
एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह ने बैठक में कहा कि सभी नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि स्वच्छता अभियान में भाग लेने वाले सभी कार्यकर्ताओं को मास्क, ग्लव्स और कूड़ा एकत्रित करने के लिए बैग जैसे आवश्यक उपकरण उपलब्ध हों। इस दौरान कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण की भी व्यवस्था की जाएगी ताकि एकत्र कूड़ा दोबारा प्रदूषण का कारण न बने।
संत समाज और व्यापार मंडल का मिलेगा साथ
बैठक में मौजूद विभिन्न आश्रमों, संत समाज और व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों ने भी प्रशासन को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उनका कहना था कि गंगा की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखना न केवल धार्मिक आस्था का प्रश्न है, बल्कि पर्यावरण संतुलन और जन स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। संत समाज ने विशेष रूप से अपने अनुयायियों से भी इस अभियान में भाग लेने की अपील की है।
व्यापक जन भागीदारी से मिलेगा अभियान को बल
जिलाधिकारी ने अंत में सभी उपस्थित अधिकारियों और प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि यह अभियान केवल एक सरकारी कार्यवाही न रह जाए, बल्कि एक जन जागरूकता अभियान बने। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता को लेकर हरिद्वार पूरे देश के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है। इस दिशा में हर नागरिक की भूमिका अहम है।
समापन
26 जुलाई को होने वाला यह विशेष स्वच्छता अभियान केवल सफाई का कार्यक्रम नहीं, बल्कि मां गंगा के प्रति श्रद्धा, कर्तव्य और सामाजिक उत्तरदायित्व की एक सशक्त अभिव्यक्ति होगा। प्रशासन, पुलिस, संत समाज, व्यापारी वर्ग और आम नागरिक एक साथ मिलकर यह साबित करेंगे कि सामूहिक प्रयासों से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है — फिर चाहे वह गंगा की निर्मलता ही क्यों न हो।
