(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार।बुद्ध पूर्णिमा का दिन आध्यात्मिक जागरूकता, ध्यान, साधना और करुणा का प्रतीक है। मान्यता है
कि इस पावन दिन भगवान विष्णु ने धरती पर अवतार लिया था, वहीं यह दिन भगवान बुद्ध की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।
इस दिन भगवान बुद्ध की पूजा करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और जीवन की परेशानियों से उबरने में सहायता मिलती है।
बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान और दान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने और दान देने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
इसी आस्था के चलते हर वर्ष की तरह इस बार भी हरिद्वार के हर की पौड़ी पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है।श्रद्धालु दूर-दूर से हरिद्वार पहुंच रहे हैं
और गंगा में स्नान कर पुण्य प्राप्त कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
हर की पौड़ी और आसपास के क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात है और CCTV कैमरों से लगातार निगरानी रखी जा रही है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
