(शहजाद अली हरिद्वार)उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने राज्य के 117 मदरसों में पारंपरिक मुंशी और मौलवी कोर्स बंद करने का फैसला लिया है।
अब इन मदरसों में उत्तराखंड बोर्ड का सिलेबस लागू किया जाएगा। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष हाजी शादाब शम्स ने कहा कि यह कदम मदरसों को मॉडर्न बनाने और छात्रों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़ने के लिए उठाया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ये बदलाव केवल वक्फ बोर्ड के अधीन मदरसों पर लागू होंगे, जबकि मदरसा बोर्ड अपने संस्थानों में पूर्ववत कोर्स चला सकते हैं।
इस पहल के तहत केवल उत्तराखंड के छात्र-छात्राओं को ही प्रवेश मिलेगा। हालांकि, सामाजिक कार्यकर्ता खुर्शीद अहमद ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा व्यवस्था वक्फ और मदरसा बोर्ड की मनमानी का शिकार हो रही है। अहमद के अनुसार, पिछले साल से लक्खीबाग स्थित मुस्लिम नेशनल स्कूल को मॉडर्न मदरसा बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन न मान्यता मिली है, न ही पर्याप्त सुविधाएं।
उधर, राज्य सरकार अवैध मदरसों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर जैसे जिलों में अनियमितता मिलने पर कई मदरसे सीज भी किए जा चुके हैं।
