(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को मजबूत करने हेतु एक अहम अंतरराज्यीय बैठक आयोजित की गई। यह बैठक हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर बुलाई गई थी, जिसमें उत्तराखण्ड सहित उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक का उद्देश्य विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा, यातायात नियंत्रण, और शांति व्यवस्था बनाए रखना था। यात्रा के दौरान होने वाली भीड़ और तेज़ आवाज़ वाले डीजे पर चर्चा करते हुए इस बैठक में कुछ महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गये।
कांवड़ की अधिकतम ऊँचाई और चौड़ाई निर्धारित
बैठक में यह तय किया गया कि यात्रा मार्ग पर सुगम यातायात बनाए रखने और दुर्घटनाओं से बचने के लिए कांवड़ की अधिकतम ऊँचाई 10 फीट और अधिकतम चौड़ाई 12 फीट रखी जाएगी। इससे न केवल यातायात बाधित होने से रोका जा सकेगा, बल्कि कांवड़ियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
डीजे पर नहीं है कोई प्रतिबंध
बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा डीजे बजाने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। हालाँकि, यात्रा मार्गों और धार्मिक स्थलों पर डीजे की आवाज़ और उसके उपयोग को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि शांति और अनुशासन बना रहे।
हरिद्वार में शिवभक्तों का खुले दिल से स्वागत
एसएसपी डोबाल ने कहा कि “हरिद्वार में आने वाले हर शिवभक्त का स्वागत है। प्रशासन की ओर से यात्रा को सुरक्षित, सुचारु और शांतिपूर्ण बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।” उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे प्रशासन द्वारा तय मानकों का पालन करें और यात्रा को एक आस्था, अनुशासन और भाईचारे का उत्सव बनाएं।
इसके अतिरिक्त, बैठक में विभिन्न राज्यों के बीच समन्वय के लिए संपर्क अधिकारियों की तैनाती, ट्रैफिक रूट की साझा मैपिंग, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, और आपातकालीन रिस्पांस सिस्टम को लेकर भी व्यापक विचार-विमर्श हुआ।
यह बैठक आगामी दिनों में बढ़ने वाले श्रद्धालुओं के दबाव और यात्रा से जुड़े संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और हर पहलू पर गहन निगरानी रखी जा रही है।
