(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार के सीसीआर टावर में राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने नगर निगम और नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
इस बैठक में उन्होंने श्रमिकों की समस्याओं पर गंभीरता से चर्चा की और अधिकारियों को फटकार लगाते हुए उनके हितों की रक्षा करने के निर्देश दिए।
बैठक में श्रमिकों ने मृतक आश्रितों की नियुक्ति, आवास भत्ता, आवासों का मालिकाना हक, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, बीमा, ईपीएफ-ईएसआई कटौती की नियमितता, और संविदा कर्मचारियों के परिजनों को स्थायी नौकरी देने जैसे मुद्दे उठाए।
उपाध्यक्ष ने नगर आयुक्त को आदेश दिया कि सभी आउटसोर्स व संविदा कर्मचारियों के ईपीएफ और ईएसआई की व्यवस्था शीघ्र सुनिश्चित की जाए।
शिवालिक नगर पालिका में पार्षद और सफाई कर्मचारियों के बीच विवाद पर उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए सभासदों को चेतावनी पत्र जारी करने और ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्षद श्रमिकों के साथ अभद्रता नहीं कर सकता।
पुनर्वास योजना के तहत 2200 में से केवल 43 सफाई कर्मियों को लोन मिलने पर उन्होंने बैंक और समाज कल्याण विभाग को फटकार लगाई। उन्होंने कैंप लगाकर योजनाओं की जानकारी फैलाने के निर्देश दिए और शिक्षा लोन की सुविधा से भी श्रमिकों के बच्चों को लाभ पहुंचाने की बात कही।
एडीएम दीपेंद्र नेगी को अस्पतालों में सफाई कर्मियों को पूरी सैलरी न मिलने और ठेकेदार को बार-बार ठेका दिए जाने की जांच के निर्देश दिए। मकवाना ने कहा कि श्रमिकों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
