(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने गुरुवार को हरिद्वार स्थित ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक महाविद्यालय के सभागार में 7 जनपदों की 2258 नवचयनित आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आंगनबाड़ी का कार्य केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि सेवा का एक बड़ा माध्यम है, जो समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग—बच्चों, महिलाओं और माताओं—से सीधा जुड़ा होता है।
कार्यक्रम में हरिद्वार सहित बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, उधमसिंहनगर और उत्तरकाशी के चयनित प्रतिभागी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। मंत्री ने बताया कि पूरे प्रदेश में पहली बार ऑनलाइन माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न की गई, जिससे “जीरो टॉलरेंस” की राज्य सरकार की नीति को बल मिला है। कुल 7052 पदों पर चयन किया गया, जिनमें 6330 सहायिकाएं और 722 कार्यकत्रियां शामिल हैं।
रेखा आर्या ने कहा कि आज उच्च शिक्षित महिलाएं इस सेवा में आ रही हैं, जिससे विभाग की कार्य क्षमता में और अधिक गुणवत्ता एवं दक्षता आएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन पदों पर अभी नियुक्ति पत्र आपत्तियों के चलते लंबित हैं, उनका निस्तारण शीघ्र किया जाए ताकि सभी पात्र महिलाएं शीघ्र कार्यभार ग्रहण कर सकें।
कार्यक्रम में हरिद्वार में 245 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं 2013 सहायिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर जनपदों के विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की उपस्थिति रही। जिनमें विधायक डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल, लोहाघाट विधायक खुशहाल सिंह अधिकारी, रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा, राज्य मंत्री श्याम नारायण पांडेय, गणेश सिंह भंडारी, हरिद्वार की मेयर किरण जैसल, पिथौरागढ़ की मेयर कल्पना, चंपावत नगर पालिका अध्यक्ष प्रभा पांडेय, उपनिदेशक विक्रम सिंह व जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
मंत्री ने नवनियुक्त महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे सेवा के इस पुनीत कार्य में ईमानदारी और निष्ठा से काम करें।
