(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप ने कहा कि आजकल की व्यस्त जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण कर्मचारियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में आयुर्वेदिक चिकित्सा और प्राकृतिक उपचार स्वस्थ रहने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह बात उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में आयोजित मासिक प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के अवसर पर कही। श्री स्वरूप ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों के माध्यम से कर्मचारीगण न सिर्फ विपरीत परिस्थितियों में तनाव मुक्त रहते हुए प्रेशर को अच्छे से हैंडल कर सकते हैं बल्कि स्वस्थ जीवन की ओर भी अग्रसर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यूएसडीएमए तथा आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारी हर समय एलर्ट मोड पर रहते हैं और दिन-हो या रात, आवश्यकता पड़ने पर तुरंत ही कार्यालय पहुंचकर कार्य करते हैं। इस मानसून सीजन में उन्होंने बेहद चुनौतीपूर्ण माहौल में कार्य किया है और ऐसे में तनाव होना लाजमी है। यह शिविर कहीं न कहीं तनाव से मुक्ति दिलाने का कार्य करेगा और ये ही प्रयास भी है। इस अवसर पर डॉ. नेहा जोशी, चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय आयुष विंग, फार्मेसी अधिकारी नितिन कपरूवान ने कर्मचारियों को परामर्श दिया।




































