(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 19 अगस्त 2025 – जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में ड्रेनेज मास्टर प्लान को लेकर एक अहम बैठक आयोजित हुई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी कुंभ से पहले शहर में जलभराव की समस्या से निजात पाना और स्थायी समाधान तैयार करना था।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि भगत सिंह चौक और चंद्राचार्य चौक पर अक्सर होने वाले जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए संबंधित विभाग शीघ्रता से डीपीआर शासन को भेजें, ताकि कुंभ से पहले कार्य पूरा हो सके।
उन्होंने भेल अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन दोनों चौकों तक आने वाले पानी को तालाबों के माध्यम से संरक्षित किया जाए, जिससे चौक तक पानी का बहाव कम हो।
इसके लिए बड़े तालाब हेतु भूमि चिन्हित करने के निर्देश भेल प्रबंधन को दिए गए, वहीं नगर आयुक्त को मिट्टी की खुदाई और तालाब निर्माण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि तालाब निर्माण के दौरान खुदाई की गई मिट्टी को साइड में ही लगाया जाए ताकि तालाब मजबूत बने और लंबे समय तक उपयोगी रहे।
बैठक में भेल क्षेत्र में कचरा प्रबंधन और अतिक्रमण हटाने पर भी विशेष जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने नगर प्रशासक भेल को इस दिशा में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
साथ ही चंडी देवी पैदल मार्ग की डीपीआर शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश अधिशासी अभियंता लोनिवि को दिए गए। इसी प्रकार मनसा देवी मंदिर पैदल मार्ग की मरम्मत और ट्रीटमेंट संबंधी कार्यों को लेकर राजाजी नेशनल पार्क प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग ओम जी गुप्ता ने बैठक में जल निकासी से संबंधित तैयार डीपीआर का विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। वहीं अधिशासी अभियंता पेयजल निगम आर.के. गुप्ता ने कुंभ और कांवड़ मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्थाओं पर आधारित डीपीआर की जानकारी साझा की।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार, अपर जिलाधिकारी पी.आर. चौहान, प्रोजेक्ट मैनेजर पेयजल निगम (गंगा) मीनाक्षी मित्तल, नगर प्रशासक भेल संजय पंवार, अधिशासी अभियंता हरीश बंसल, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में सभी विभागों को जिम्मेदारीपूर्वक कार्य कर समयसीमा में योजनाओं को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
