(शहजाद अली हरिद्वार)दिल्ली सरकार के 100 दिन पूरे होने के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने राजनीतिक गतिविधियों से हटकर रविवार को हरिद्वार की ओर रुख किया। यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक प्रवास नहीं थी, बल्कि इसमें आस्था, पर्यावरण संरक्षण, और जनसेवा के प्रति उनके संकल्प की झलक भी स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
मुख्यमंत्री अपने पति मनीष गुप्ता और बेटे निकुंज के साथ हर की पैड़ी पहुँचीं, जहां उन्होंने पवित्र ब्रह्मकुंड में गंगा स्नान किया।
गंगा में डुबकी लगाने के बाद रेखा गुप्ता ने गंगा पूजन किया और यमुना को गंगा जैसी निर्मल व पवित्र बनाने का संकल्प दोहराया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की सबसे बड़ी चुनौती यमुना को प्रदूषण से मुक्त कर स्वच्छ बनाना है,
और उनकी सरकार इस दिशा में पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। यह दौरा न केवल एक धार्मिक आस्था का प्रतीक था,
बल्कि एक भावनात्मक और सामाजिक संदेश भी लेकर आया कि प्रकृति और नदियों के संरक्षण के बिना विकास अधूरा है।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली सरकार के पहले 100 दिन विकास, पारदर्शिता और संकल्प के रहे हैं।
उनकी सरकार का लक्ष्य दिल्ली को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुशासित राजधानी बनाना है।
हरिद्वार की पुण्यभूमि से उन्होंने पूरे देश को यह संदेश दिया कि दिल्ली में राजनीति अब जनसेवा की नई परिभाषा गढ़ रही है।
इस अवसर पर रेखा गुप्ता ने साध्वी ऋतंभरा द्वारा स्थापित नवनिर्मित आश्रम “गंगा वात्सल्य” के लोकार्पण समारोह में भाग लिया।
आश्रम परिसर में उन्हें संत समाज और श्रद्धालुओं ने पारंपरिक रूप से स्वागत किया।
समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक चेतना और सेवा भावना किसी भी राज्य की सामाजिक नींव को सुदृढ़ करती है।
सीएम गुप्ता ने जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज से भी शिष्टाचार भेंट की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
स्वामी अवधेशानंद ने मुख्यमंत्री को गंगा संरक्षण और राष्ट्रसेवा के पथ पर निरंतर कार्य करते रहने का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि दिल्ली सरकार धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।
रेखा गुप्ता की यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक रस्म अदायगी नहीं थी, बल्कि यह उनके जनसंपर्क, जनविश्वास और जनसेवा की प्रतिबद्धता का प्रमाण भी है।
हरिद्वार की धरती से उठी यह आस्था की पुकार अब एक संकल्प बनकर दिल्ली की दिशा और दशा तय करने की ओर बढ़ रही है।
