(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देशों के अनुपालन में जिला प्रशासन ने राशन और आयुष्मान कार्ड घोटाले में संलिप्त माफियाओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। राज्य में पहली बार इस प्रकार के फर्जीवाड़े पर इतनी बड़ी संख्या में कार्ड निरस्त किए गए हैं और मुकदमे दर्ज हुए हैं।
जिलाधिकारी सविन बंसल के नेतृत्व में की गई जांच में सामने आया कि 1,36,676 निष्क्रिय राशन कार्डों के आधार पर 9,428 आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे। इसके अलावा गलत दस्तावेजों के आधार पर बनाए गए 3,323 राशन कार्ड भी पकड़े गए। इन सभी कार्डों को निरस्त करते हुए नगर कोतवाली और थाना राजपुर रोड में संबंधित लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
जांच में सामने आया कि कुछ संगठित गिरोह अपात्र व्यक्तियों के नाम पर फर्जी दस्तावेजों से कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे। जिला पूर्ति अधिकारी को विधिक कार्रवाई के निर्देश देते हुए, भारतीय न्याय संहिता की धारा 336(2), 336(3), व 318(4) के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को भेजे गए डेटा के अनुसार, जिन राशन कार्डों के आधार पर आयुष्मान कार्ड बने, उन्हें निष्क्रिय किया जा रहा है और अब तक 9428 कार्डों को रद्द कर दिया गया है।
जनपद में कुल 3,87,954 राशन कार्ड हैं, जिनमें से अब तक 75,576 सत्यापित हो चुके हैं और शेष पर कार्यवाही जारी है।
यह कार्रवाई माफियाओं के लिए कड़ा संदेश है कि जनता के अधिकारों पर डाका डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला प्रशासन कर्तव्यपथ पर अडिग है और फर्जीवाड़ा करने वालों की गर्दन मरोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार।
