(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित “आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर लोकतंत्र सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम” में भाग लिया। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र कुमार मित्तल, रणजीत सिंह जुयाल सहित 10 लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय था, जब संसद को बंधक बना लिया गया,
प्रेस पर सेंसरशिप थोपी गई और न्यायपालिका की गरिमा को आघात पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि सत्ता के नशे में चूर तत्कालीन सरकार ने विपक्ष, पत्रकारों और आम नागरिकों की आवाज को बेरहमी से दबा दिया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आपातकाल के समय भूमिगत रहकर लोकतंत्र की रक्षा में अहम भूमिका निभाई। इसी उद्देश्य से 25 जून को “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के संघर्षों पर आधारित पुस्तक “द इमरजेंसी डायरीज” का विमोचन भी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं को लोकतंत्र का महत्व समझाने के साथ उन्हें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने में मददगार साबित होंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
