(शहजाद अली हरिद्वार) झबरेड़ा (हरिद्वार)। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने सोमवार को थाना झबरेड़ा का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत सेरिमोनियल गार्ड द्वारा सलामी से हुई, जिसके बाद एसएसपी ने थाना कार्यालय, मालखाना, कर्मचारी मैस, बैरक सहित विभिन्न व्यवस्थाओं की गहन जांच की।
इस दौरान उन्होंने राजकीय अभिलेखों का अवलोकन किया और रजिस्टरों के अद्यतन न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित कर्मचारियों को समयबद्ध ढंग से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
थाना निरीक्षण व रिकॉर्ड जाँच:
उन्होंने विवेचकों को निर्देशित किया कि वे केस डायरी से जुड़ी जानकारियां नियमित रूप से रजिस्टरों में दर्ज करें और बीट कांस्टेबल्स द्वारा क्षेत्र की सूचनाएं समय पर अंकित की जाएं। सीओ मंगलौर को निर्देशित किया गया कि वे प्रत्येक सप्ताह विवेचकों की समीक्षा कर विवेचना की प्रगति पर नजर रखें और पाई गई कमियों को अपने पर्यवेक्षण में दुरुस्त कराएं।
विवेचना और बीट प्रणाली में सुधार के निर्देश:
मालखाने के निरीक्षण में माल के सुव्यवस्थित रूप से रखे जाने पर संतोष जताया गया। एसएसपी ने थानाध्यक्ष और मालखाना मोहर्रिर को निर्देश दिए कि मुकदमों में जब्त किए गए बड़े वाहनों के स्वामियों को नोटिस भेजे जाएं। यदि उत्तर प्राप्त न हो तो उनकी नीलामी की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।
वाहनों की नीलामी की प्रक्रिया:
अस्लाह, एम्युनेशन, बाढ़ राहत व दंगा नियंत्रण उपकरणों की जांच के दौरान एसएसपी डोबाल ने दरोगाओं से अस्लाह खोलने-जोड़ने का अभ्यास कराया और हथियारों की नियमित सफाई व प्रशिक्षण को अत्यंत आवश्यक बताया।
थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए कि नियमित रूप से शस्त्र अभ्यास कराया जाए।
हथियारों की जाँच और प्रशिक्षण:
महिला फरियादियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, एसएसपी ने महिला डेस्क हेतु एक अलग कक्ष निर्माण का प्रस्ताव भेजने को कहा, ताकि महिलाएं शांत और सुरक्षित वातावरण में अपनी समस्याएं महिला पुलिसकर्मी को बता सकें।
उपस्थिति:
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक देहात शेखर चंद्र सुयाल, क्षेत्राधिकारी विवेक कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। निरीक्षण से स्पष्ट हुआ कि एसएसपी डोबाल थाना प्रबंधन में पारदर्शिता, अनुशासन और संवेदनशीलता को प्राथमिकता दे रहे हैं।
