(शहजाद अली हरिद्वार)उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने घोषणा की है कि वे 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि अब वे किसी भी चुनावी पद के लिए दावेदारी नहीं करेंगे और केवल पार्टी के प्रचारक और सिपाही के रूप में काम करेंगे। रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि जब वे प्रचारक की भूमिका में रहते हैं, तब उनका योगदान अधिक प्रभावी होता है। लगातार चुनावी हार के बाद उनका यह निर्णय सामने आया है
—2017 में हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा, 2019 में लोकसभा चुनाव और 2022 में लालकुआं सीट से वे हार चुके हैं। उनके इस निर्णय पर भाजपा नेता महेंद्र भट्ट ने कहा कि अब हरीश रावत को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। हरीश रावत का यह फैसला उनके राजनीतिक जीवन में एक बड़ा मोड़ है और कांग्रेस की भविष्य की रणनीति को भी प्रभावित कर सकता है।
