(शहजाद अली हरिद्वार)मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में हरिद्वार कॉरिडोर, ऋषिकेश मास्टर प्लान एवं शारदा कॉरिडोर के संबंध में बैठक ली।
उत्तराखण्ड निवेश एवं अवसंरचना विकास बोर्ड (यूआईआईडीबी) ने इन विषयों पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया।मुख्य सचिव ने हरिद्वार कॉरिडोर की परियोजनाओं को प्राथमिकता के अनुसार क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं को शीघ्र धरातल पर उतारने की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल शुरू किया जाए। हरिद्वार की धार्मिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए आस्था से जुड़े क्षेत्रों के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ न हो, इसका विशेष ध्यान रखने को कहा गया।
बैठक में ब्रह्मकुंड एवं महिला घाट का विस्तार, सती कुंड का थीम आधारित पुनर्विकास, और मल्टीलेवल पार्किंग में नदी दर्शन के अवरोध से बचने जैसे बिंदुओं पर चर्चा हुई। जिन परियोजनाओं की डीपीआर तैयार है, उन पर शीघ्र कार्य शुरू करने को कहा गया।
शारदा नदी रिवरफ्रंट विकास में प्राथमिकता तय कर संबंधित विभागों को कार्य सौंपने के निर्देश दिए गए। वन भूमि में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने और चंपावत जिलाधिकारी की प्राथमिकताओं को भी योजना में सम्मिलित करने की बात कही गई। इसके साथ ही टूरिज्म सर्किट, कनेक्टिविटी, हेलीपैड और हेलीपोर्ट जैसे प्रावधान जोड़े जाने के निर्देश भी दिए गए।
ऋषिकेश मास्टर प्लान के अंतर्गत मोबिलिटी प्लान और पुराने रेलवे स्टेशन क्षेत्र के विकास पर समग्र दृष्टिकोण से कार्य करने को कहा गया। चंद्रभागा नदी के पुनर्जीवीकरण हेतु हाइड्रोलॉजी सर्वे कराने के निर्देश भी दिए गए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
