(शहजाद अली हरिद्वार)सलेमपुर गांव में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ, जहां एक मासूम बच्चा तालाब में डूब गया। घटना के समय आसपास मौजूद स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए तालाब में छलांग लगाकर बच्चे को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।ग्रामीणों का कहना है कि यह तालाब वर्षों से अधूरा पड़ा है और बरसात के मौसम में यहां पानी भरने से यह जानलेवा बन जाता है। यह कोई पहली घटना नहीं है—
हर साल इस तालाब में बच्चे डूबते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि तालाब का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे यह अब दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है।
ग्रामीणों की मांग है कि इस तालाब को पूरी तरह से बंद किया जाए और इसकी जगह एक अस्पताल का निर्माण कराया जाए, ताकि आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें और इस तरह के हादसे रुक सकें।
लोगों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप कर इस मुद्दे पर कार्रवाई करने की अपील की है। गांव में सुरक्षा और विकास को लेकर लंबे समय से उपेक्षा का आरोप लग रहा
है।
