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हरिद्वार विश्वविद्यालय में एबीवीपी का धरना, छात्रों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग

(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार विश्वविद्यालय में वार्षिक उत्सव के दौरान हुए विवाद के बाद छात्रों पर दर्ज मुकदमों के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को विश्वविद्यालय गेट पर धरना दिया।

परिषद का आरोप है कि प्रबंधन ने छात्रों को झूठे मामलों में फंसाया है और कार्यक्रम के दौरान फैली अश्लीलता के लिए स्वयं जिम्मेदार है।

धरने में एबीवीपी पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने बाहरी युवकों को परिसर में प्रवेश की अनुमति दी, जिससे घटनाएं बिगड़ीं। साथ ही शिक्षकों पर भी छात्रों से दुर्व्यवहार और मारपीट का आरोप लगाया गया। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि छात्रों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए और रेस्टीकेट किए गए छात्रों को बहाल किया जाए।

मौके पर पहुंची पुलिस ने धरना समाप्त करवाया। एसएसआई बी.एस. चौहान ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांतिपूर्वक हटा दिया गया।

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“हरिद्वार आरटीओ में दलालों की बादशाहत खत्म — अफसर निखिल शर्मा की सर्जरी से बदला माहौल, अब न बाइक पर दलाल दिखेंगे, न जेब में सेटिंग — जनता बोली: पहली बार महसूस हुआ कि दफ्तर हमारा है, किसी गिरोह का नहीं!”

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