(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार में वर्षों से अधूरे पड़े ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) भवन के निर्माण को लेकर अब उम्मीद की किरण नजर आ रही है। मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने शुक्रवार को इस विषय पर एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें संबंधित विभागों के अधिकारियों को दो महीने के भीतर कार्य पूरा करने के सख्त निर्देश दिए गए।
बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए कैलाश नाथ तिवारी, आरसेटी निदेशक राजन भारद्वाज, लीड बैंक मैनेजर डी.के. गुप्ता और पंजाब नेशनल बैंक के स्टेट हेड विजय तिवारी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान यह जानकारी दी गई कि आरसेटी भवन का निर्माण कार्य हिंदुस्तान प्री-फैब लिमिटेड द्वारा किया जा रहा था, जो बीते पांच वर्षों से ठप पड़ा है। वर्तमान में भवन का पजेशन पीएनबी को मिल चुका है और अब शेष निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे ने इस पर नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को चेताया कि लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और किसी भी स्थिति में आगामी दो माह में भवन निर्माण पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि प्रगति की नियमित रिपोर्ट उन्हें दी जाए।
इस बैठक के बाद आरसेटी भवन निर्माण कार्य में तेजी आने की संभावना है। भवन के पूर्ण होते ही ग्रामीण युवाओं के लिए स्वरोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रमों को नया आयाम मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय विकास को भी बल मिलेगा।
