(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 08 अगस्त 2025 – हरिद्वार से पुरकाजी तक के नेशनल हाईवे (एनएच 334ए) को अब फोरलेन बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का उद्देश्य खानपुर से हरिद्वार मार्ग के संरेखण (एलायमेंट) पर सहमति प्राप्त करना था, जिससे इस मार्ग को चौड़ा और सुगम बनाया जा सके।
बैठक में लक्सर विधायक मोहम्मद शहजाद, खानपुर विधायक उमेश कुमार, हरिद्वार विधायक प्रतिनिधि अमित गौतम, पार्षद मयंक गुप्ता, अधिशासी अभियंता (ईई) एनएचएआई सुरेश तोमर सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने प्रस्तावित एलायमेंट पर सहमति व्यक्त की और इसे क्षेत्र के विकास की दिशा में एक अहम पहल बताया।
आसान और सुरक्षित यातायात की दिशा में बड़ा कदम
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, विधायक उमेश कुमार और विधायक मोहम्मद शहजाद ने संयुक्त रूप से कहा कि इस सड़क परियोजना का उद्देश्य सिर्फ दूरी कम करना नहीं है, बल्कि लोगों की यात्रा को सरल, सुरक्षित और आरामदायक बनाना है। उन्होंने निर्देश दिए कि डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करते समय यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थानीय निवासी को असुविधा न हो, यातायात दुर्घटनाओं में कमी आए और यात्रा का अनुभव बेहतर हो।
43.5 किमी फोरलेन रोड से कम होंगी दुर्घटनाएं और ट्रैफिक जाम
एनएचएआई के अधिशासी अभियंता सुरेश तोमर ने बताया कि कुल 43.5 किलोमीटर लंबी यह सड़क फोरलेन बनने के बाद अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होगी। वर्तमान में इस मार्ग की लंबाई 46.5 किमी है, लेकिन फोरलेन बनने के बाद यह दूरी घटकर 43.5 किमी रह जाएगी। इससे न केवल 3 किमी की दूरी कम होगी, बल्कि यात्रियों को लगने वाला समय भी काफी कम हो जाएगा।
फोरलेन सड़क पर वाहनों की ओवरटेकिंग में कमी आएगी, जिससे दुर्घटनाओं की संभावनाएं घटेंगी। साथ ही ट्रैफिक जाम की समस्या भी काफी हद तक खत्म होगी, जिससे न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी।
7.5 किमी एलिवेटेड रोड से शहरवासियों को भी राहत
अधिशासी अभियंता ने यह भी बताया कि जहां-जहां आबादी अधिक है, वहां कुल 7.5 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड प्रस्तावित किया गया है।
यह एलिवेटेड सेक्शन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बिना किसी रुकावट के आवागमन की सुविधा प्रदान करेगा। इससे शहरवासियों के लिए भी यातायात आसान होगा और उन्हें जाम से निजात मिलेगी।
सामाजिक और आर्थिक विकास को मिलेगा बल
इस सड़क परियोजना से न सिर्फ यात्रा का अनुभव बेहतर होगा, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। बेहतर सड़क संपर्क से स्थानीय व्यापार, पर्यटन और अन्य सेवाओं को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
कुल मिलाकर, हरिद्वार–पुरकाजी नेशनल हाइवे को फोरलेन बनाने का यह निर्णय न सिर्फ भौगोलिक दूरी कम करेगा, बल्कि सामाजिक जुड़ाव और क्षेत्रीय विकास को भी नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
