(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार जनपद के लंढौरा क्षेत्र के जैनपुर झंझेड़ी गांव में रमजान माह के दौरान अभिलेखों की कमी के चलते बंद हुए मदरसे को शुक्रवार को दोबारा शुरू कर दिया गया। इस कार्य में खानपुर विधायक उमेश कुमार की सक्रिय भूमिका रही। मदरसे के पुनः आरंभ होने पर गांव के लोगों ने राहत की सांस ली और विधायक का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विधायक उमेश कुमार ने राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जिन मदरसों के सभी कागजात व मान्यता पूरी है,
उनके खिलाफ कार्रवाई करना सीधी-सीधी नाइंसाफी है। उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मौजूदा शासन बेलगाम हो चुका है और जनता के वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटका रहा है।
विधायक ने कहा कि शिक्षा संस्थानों, चाहे वे किसी भी वर्ग के हों, को राजनीतिक नजरिए से देखने के बजाय समाज और बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जाने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि खानपुर क्षेत्र की जनता के हित और अधिकारों की रक्षा करना उनका पहला कर्तव्य है और इसके लिए वे किसी भी स्तर पर संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे।
इसके साथ ही उमेश कुमार ने प्रदेश की राजधानी के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाया।
उन्होंने हरिद्वार को अस्थायी राजधानी और गैरसैण को स्थायी राजधानी बनाए जाने की मांग को दोहराया।
उनका कहना था कि यह प्रदेश की जनता की लंबे समय से चली आ रही अपेक्षा है और अब इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।गांव में मदरसे के फिर से शुरू होने से बच्चों की पढ़ाई में आई रुकावट दूर हो गई है।
अभिभावकों ने उम्मीद जताई कि विधायक के प्रयासों से आगे भी क्षेत्र की समस्याओं का समाधान तेजी से होगा।
इस कदम को विधायक द्वारा शिक्षा और समाज दोनों के हित में एक महत्वपूर्ण पहल माना जारहा है।
