(शहजाद अली हरिद्वार) हरिद्वार। रावली महदूद “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत आईटीसी मिशन सुनहरा कल, अंबुजा फाउंडेशन एवं श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम ने ग्राम रावली महदूद में एक विशाल स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अभियान का उद्देश्य केवल सफाई तक सीमित न रहकर ग्रामीणों को स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत राजकीय प्राथमिक विद्यालय दादुपुर के पास की कॉलोनी से हुई। यहां टीम ने कूड़े के ढेरों को हटाया और ग्रामीणों व दुकानदारों को स्वच्छता का महत्व समझाया।
करीब 250 किलो कूड़ा एकत्र कर निस्तारण हेतु भेजा गया। सभी उपस्थित ग्रामीणों ने शपथ ली कि वे अपने घरों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों को सदैव स्वच्छ रखेंगे और इसे एक आदत बनाएंगे।
स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टीम ने डेंगू व मलेरिया से बचाव के उपाय बताए। संदेश दिया गया कि छतों, गमलों और नालियों में पानी जमा न होने दें,
क्योंकि गंदगी और ठहरा पानी ही मच्छरों की बीमारियों का कारण है। किसी को बुखार होने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी गई।
इस अभियान में आईटीसी मिशन सुनहरा कल और अंबुजा फाउंडेशन के साथ श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम, लक्की ग्लोबल फाउंडेशन, प्रिंस पाइप्स, एसएचजी समूह की महिलाएं और सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए। इस साझेदारी ने साबित किया कि जब कॉरपोरेट, सामाजिक संस्थाएं और जनता मिलकर काम करें तो परिणाम अधिक प्रभावी और स्थायी होते हैं।
ग्राम प्रधान रेशमा जहां ने अभियान की सराहना करते हुए कहा कि आईटीसी मिशन सुनहरा कल द्वारा विद्यालयों और आंगनबाड़ियों में पहले किए गए कार्य सराहनीय रहे हैं और अब स्वच्छता अभियान गांव के लिए नई दिशा तय करेगा।
इस कार्यक्रम की खास उपलब्धियों में 250 किलो कूड़ा निस्तारण, स्वच्छता प्रशिक्षण, मौसमी रोगों से बचाव की जानकारी, सामूहिक शपथ और महिलाओं-बच्चों की सक्रिय भागीदारी शामिल रही।
यह आयोजन केवल सफाई का अभियान न होकर सामूहिक जिम्मेदारी, सामाजिक चेतना और सेवा का जीवंत उदाहरण बन गया। इसने यह संदेश दिया कि “स्वच्छता ही सेवा है, और यही स्वस्थ व सशक्त भारत की वास्तविक राह है।”




































