(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। आज दिनांक 16 अगस्त 2025 को पुलिस लाइन रोशनाबाद का वातावरण पूरी तरह भक्ति भाव और उल्लास से सराबोर रहा। अवसर था भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का, जिसे पूरे हर्ष और उत्साह के साथ मनाया गया। पूरा पुलिस परिसर गोकुल धाम की तरह सजा हुआ था और हर ओर “हरे कृष्ण, हरे मुरारी” के मधुर भजन गुंजायमान थे।
पुलिस परिवार ने मिलकर रचा धार्मिक रंग
पुलिस लाइन के मंदिर प्रांगण को फूलों, झालरों और रोशनियों से सजाया गया। जगह-जगह रंग-बिरंगी लाइटों की झिलमिलाहट से वातावरण एक अलग ही आभा बिखेर रहा था। जैसे ही घड़ी ने 12 बजाए, पूरे मंदिर प्रांगण में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की ध्वनि गूंज उठी। ढोल-नगाड़ों और शंखनाद के बीच आरती आरंभ हुई और पूरा परिसर भक्ति में डूब गया।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल स्वयं अपने पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस परिवार के सदस्यों के साथ इस धार्मिक उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की विधिवत पूजा-अर्चना की और उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।
उनके आदर्शों को अपनाकर हम न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन को सफल बना सकते हैं, बल्कि समाज और राष्ट्र की सेवा भी पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ कर सकते हैं।
जन्माष्टमी के धार्मिक और सांस्कृतिक रंग
पूजा-अर्चना के बाद भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। भजन मंडली ने श्रीकृष्ण भक्ति से ओत-प्रोत गीत प्रस्तुत किए जिन पर पुलिस परिवार की महिलाएं और बच्चे भाव-विभोर होकर झूमते रहे। “नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” जैसे भजनों ने मानो वातावरण को वृंदावन बना दिया।मंदिर प्रांगण में श्रीकृष्ण के जीवन प्रसंगों पर आधारित झांकियां भी सजाई गई थीं। छोटे-छोटे बच्चों ने राधा-कृष्ण और गोपियों की वेशभूषा धारण कर आकर्षक प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें देख हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। पुलिसकर्मियों के परिजन और बच्चे इस उत्सव का विशेष आकर्षण बने।
एसएसपी डोबाल ने दिया प्रेरणादायक संदेश
इस अवसर पर एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन हमें कर्तव्यनिष्ठा, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान कृष्ण ने कठिन परिस्थितियों में भी धर्म की रक्षा की, उसी प्रकार पुलिस बल को भी समाज की रक्षा और सेवा में सदैव तत्पर रहना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था की रक्षा करने वाली संस्था नहीं है, बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों और सद्भावना को बनाए रखने की भी जिम्मेदारी पुलिस की ही है। ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक अवसर हमें एकजुट करते हैं और कर्तव्यों को निभाने के लिए नई ऊर्जा प्रदान करते हैं।
आरती और प्रसाद वितरण से पूर्ण हुआ आयोजन
रात के ठीक 12 बजे जब श्रीकृष्ण जन्म की घोषणा हुई, तो मंदिर प्रांगण जयकारों से गूंज उठा। उसके बाद भव्य आरती की गई जिसमें एसएसपी, अन्य अधिकारी, जवान और उनके परिजन सम्मिलित हुए। आरती के बाद सभी ने मिलकर प्रसाद ग्रहण किया।
प्रसाद वितरण के समय पूरा वातावरण आपसी भाईचारे और सौहार्द्र का प्रतीक बन गया। सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में भगवान कृष्ण से आशीर्वाद मांगा कि वे समाज और राष्ट्र की सेवा करते हुए सदैव धर्म के मार्ग पर चलते रहें।
पुलिस परिवार में खुशी और उत्साह
पूरे कार्यक्रम में पुलिसकर्मियों के साथ उनके परिजन भी विशेष रूप से शामिल रहे। बच्चों के चेहरे पर उत्साह साफ झलक रहा था। महिलाओं ने भक्ति गीत गाकर माहौल को और अधिक मधुर बना दिया। पुलिस अधिकारियों ने भी अपने परिवारों के साथ जन्माष्टमी की रात को यादगार बना दिया।
कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने भगवान कृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेने का संकल्प लिया। विशेषकर कर्तव्यनिष्ठा, निष्ठा, नैतिकता और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रतिज्ञा सभी ने सामूहिक रूप से की।
निष्कर्ष
हरिद्वार की पवित्र भूमि पर आयोजित इस जन्माष्टमी उत्सव ने पुलिस लाइन रोशनाबाद को एक धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र बना दिया। जहां आमतौर पर पुलिस कर्मियों के कदम केवल ड्यूटी और अनुशासन की गूंज पैदा करते हैं, वहीं आज उसी परिसर में भक्ति, श्रद्धा और आनंद की ध्वनियां सुनाई दीं।
निश्चित रूप से यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक था, बल्कि पुलिस परिवार को एक साथ जोड़ने और सामाजिक-धार्मिक मूल्यों को आत्मसात करने का अवसर भी बना। पुलिस लाइन रोशनाबाद में मनाई गई यह जन्माष्टमी सभी के लिए एक अविस्मरणीय यादगार बन गई।
