(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। आगामी अर्द्धकुम्भ मेला 2025 और हरिद्वार के समग्र विकास के लिए प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा हेतु शुक्रवार को सीसीआर सभागार में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता मेला अधिकारी **सोनिका** और जिलाधिकारी **मयूर दीक्षित** ने संयुक्त रूप से की।
बैठक में मेला अधिकारी सोनिका ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि **पं. दीनदयाल उपाध्याय मल्टीलेवल पार्किंग** का निर्माण कार्य तभी प्रारंभ किया जाए जब यह निश्चित हो कि यह मेला अवधि से पूर्व पूर्ण हो सकेगा। अन्यथा, कार्य को फिलहाल स्थगित रखा जाए, जिससे मेले के दौरान पार्किंग की समस्या उत्पन्न न हो।
सोनिका ने **सती कुंड** सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर किसी भी कार्य को आरंभ करने से पूर्व उनके पौराणिक, धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व का गहन अध्ययन करने और उसी अनुरूप कार्य किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कार्यों में **डुप्लीकेसी रोकने** के लिए लिखित प्रमाणपत्र उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
सभी संबंधित **स्टेकहोल्डर्स के साथ समन्वय बैठक** सुनिश्चित करने पर जोर देते हुए सोनिका ने कहा कि सड़क योजना बनाते समय यह सुनिश्चित किया जाए
कि जनता के आवागमन में किसी प्रकार की बाधा न हो तथा यातायात व्यवस्था पूर्व की तुलना में अधिक **सहज, सुरक्षित और सुविधाजनक** हो। इसके लिए पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए गए।
मेला क्षेत्र में किए जा रहे सभी कार्यों का **सुनियोजित दस्तावेजीकरण (Documentation)** करने के निर्देश भी दिए गए। इसके अतिरिक्त, **सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट** के लिए पारंपरिक विधियों की बजाय नवीनतम तकनीकों और अधिक मशीनी शक्ति के प्रयोग पर बल दिया गया।
वेस्ट जनरेशन से लेकर निस्तारण स्थल तक की **समग्र कार्ययोजना** तैयार करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।
