(शहजाद अली हरिद्वार)रूड़की, 29 जुलाई 2025 — आज अपर आयुक्त के निर्देशानुसार ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम ने डी.डी.सी. श्री हेमंत सिंह नेगी के नेतृत्व में रामपुर चुंगी, रूड़की क्षेत्र में औचक निरीक्षण अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्र में चल रहे मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और दवा निर्माण इकाइयों की जांच कर दवाओं की गुणवत्ता एवं नियमों के पालन की स्थिति का आकलन करना था।
निरीक्षण के दौरान टीम ने रामपुर चुंगी के आसपास स्थित दर्जनभर मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और दवा निर्माण कंपनियों की गहन जांच की।
इस प्रक्रिया में जीवन रक्षक पाँच दवाओं के नमूने लिए गए और पाँच मेडिकल स्टोर्स पर गंभीर अनियमितताएँ पाए जाने के कारण उनके लाइसेंस निलंबित किए जाने की संस्तुति की गई।
टीम ने एक दवा निर्माण कंपनी का भी औचक निरीक्षण किया, जो बीटा एवं नॉन-बीटा श्रेणी की दवाओं का उत्पादन कर रही थी।
निरीक्षण के दौरान कंपनी में कई खामियाँ पाई गईं, जिन्हें तत्काल सुधारने के निर्देश दिए गए। विभाग ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में जीएमपी (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) मानकों का उल्लंघन पाया गया, तो कंपनी का लाइसेंस भी निलंबित किया जाएगा।
डी.डी.सी. हेमंत सिंह नेगी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि दवाओं की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
निर्माण एवं विक्रय कार्य केवल तय मानकों और नियमों के अनुरूप ही होना चाहिए। नियमों की अनदेखी करने वालों पर विभाग सख्त कार्रवाई करेगा।
निरीक्षण के दौरान थोक और फुटकर दवा विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि वे अपने सभी क्रय-विक्रय रिकॉर्ड व्यवस्थित रूप से रखें।
विशेष रूप से नारकोटिक दवाओं का वितरण केवल पंजीकृत चिकित्सक के वैध नुस्खे और फार्मासिस्ट की उपस्थिति में ही किया जाए।
इसके अलावा, अनधिकृत व्यक्तियों से दवाएँ न खरीदी जाएँ और खरीदारी करते समय वैध बिल लेना अनिवार्य किया गया है।
इन उपायों का उद्देश्य नकली और अवैध दवाओं के कारोबार पर प्रभावी रोक लगाना है।ड्रग्स कंट्रोल विभाग ने यह भी स्पष्ट किया कि दवा निर्माण इकाइयों और बिक्री केंद्रों पर इस प्रकार की निगरानी एवं निरीक्षण की कार्यवाही भविष्य में भी लगातार जारी रहेगी।
निरीक्षण दल में डीडीसी श्री हेमंत सिंह नेगी के साथ वरिष्ठ औषधि निरीक्षक श्री नीरज कुमार, श्रीमती अनीता भारती, औषधि निरीक्षक श्री मनेंद्र सिंह राणा, श्री हरीश सिंह, कु. मेघा, निधि रतूड़ी और निशा रावत शामिल रहे।
यह कार्रवाई ड्रग्स विभाग की उस सतर्कता का परिचायक है, जिसके माध्यम से आम जनता को गुणवत्तापूर्ण और सुरक्षित दवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
