(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 26 जून 2025 –आज हरिद्वार में यादव समाज सहित अन्य सामाजिक संगठनों के लोगों ने एकजुट होकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन इटावा में यादव समाज के एक प्रतिष्ठित कथावाचक के साथ हुई अमानवीय और निंदनीय घटना के खिलाफ आयोजित किया गया था।
समाज के लोगों ने इसे केवल एक व्यक्ति पर हमला नहीं, बल्कि पूरे समाज की गरिमा और धार्मिक परंपराओं पर चोट बताया।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और सरकार से मांग की कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि मामले में न्याय नहीं मिला तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। वक्ताओं ने कहा कि ऐसी घटनाएं समाज को बांटने और नफरत फैलाने का कार्य करती हैं, जिन्हें किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने बैनर और पोस्टरों के माध्यम से अपना आक्रोश प्रकट किया और न्याय की मांग की। “अन्याय के खिलाफ एकजुट समाज”, “कथावाचक के सम्मान में यादव समाज मैदान में”, जैसे नारे लगातार गूंजते रहे।
इस दौरान पूरे इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात रहा। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन भीड़ में गुस्सा और व्यथा साफ झलक रही थी।
प्रदर्शन के अंत में समाज के प्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन को अपनी मांगें सौंपीं। उन्होंने आग्रह किया कि इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए
और दोषियों को कठोर सजा दी जाए, ताकि समाज में कानून का डर बना रहे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यादव समाज ने यह स्पष्ट किया कि वह अन्याय के खिलाफ हमेशा एकजुट रहेगा और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करता रहेगा।
यह विरोध प्रदर्शन न सिर्फ न्याय की मांग थी, बल्कि सामाजिक एकता और धार्मिक सहिष्णुता का भी सशक्त संदेश था।
इस विरोध प्रदर्शन में यादव समाज के वरिष्ठ लोगों के साथ-साथ युवाओं और अन्य समाजों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। प्रदर्शन में भाग लेने वालों में श्री मोहन सिंह, श्री सुघर सिंह, श्री रवि राज, श्री पुष्पेंद्र, घनश्याम जी, आर.पी. सिंह, बी.एल. यादव, मुनिरका यादव, बैजनाथ यादव, अनिल यादव, सुनील यादव, कारण सिंह यादव, मनी यादव, हरि सिंह यादव, संतोष यादव, अमित यादव, सतेंद्र यादव, राजेश यादव, अभिषेक यादव, सुधीर यादव, लाल सिंह यादव, श्यामवीर यादव, राजकुमार यादव, बिपिन पाल, प्रवीण धाकड़, बबलू यादव, रामजीत यादव, विष्णु यादव, राजीव राज यादव, शिवेंद्र यादव, विनय यादव, राजकुमार (एलआईसी वाले), के.के. यादव और परवेज अली जैसे प्रमुख नाम शामिल थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी विरोध में शामिल हुए।
