(शहजाद अली हरिद्वार) बहादराबाद।हरिद्वार के बहादराबाद टोल प्लाजा पर शुक्रवार देर रात किसान आंदोलन ने तनावपूर्ण रूप ले लिया। दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने स्मार्ट मीटर घोटाले के विरोध में देहरादून में चक्का जाम करने का ऐलान किया था।
इसके लिए बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ रुड़की से संगठन के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी और जिलाध्यक्ष रवि शास्त्री के नेतृत्व में देहरादून रवाना हुए।
लेकिन पुलिस ने बहादराबाद में बेरिगेटिंग कर किसानों को रोक लिया। एसपी देहात शेखर सुयाल ने किसान नेताओं से वार्ता कर उन्हें देहरादून जाने का कार्यक्रम स्थगित करने की अपील की, जिस पर कुछ हद तक सहमति भी बनने लगी थी।
इसी बीच टोल का बैरियर खुलते ही दो युवा किसान नेताओं ने अचानक अपने ट्रैक्टर आगे बढ़ा दिए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। कई लोग ट्रैक्टर की चपेट में आने से बाल-बाल बचे।
स्थिति बिगड़ते देख पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए किसानों को पीछे धकेलने का प्रयास किया।
इसमें कई किसान और पुलिसकर्मी, जिनमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थीं, घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल ले जाकर मेडिकल कराया गया।घटना के बाद से किसान नेताओं ने टोल प्लाजा पर ही धरना शुरू कर दिया और देर रात तक वहीं डटे रहे।
उधर, पुलिस ने किसानों पर मार्ग अवरुद्ध करने, पुलिसकर्मियों के साथ अभद्रता और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की तैयारी शुरू कर दी।
मौके पर बहादराबाद समेत आसपास के थानों की भारी पुलिस फोर्स तैनात रही और पूरी रात शांति व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास जारी रहे।
