(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार। भारत निर्वाचन आयोग के निर्वाचन आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान राज्य अतिथि गृह में जनपद में चल रहे निर्वाचन कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) से प्रत्यक्ष संवाद कर उनके कार्यों की जानकारी ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डॉ. जोशी ने कहा कि बीएलओ की भूमिका निर्वाचन प्रक्रिया में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। सभी बीएलओ को अपने कार्यों का निर्वहन पूरी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी से करना चाहिए।
किसी भी योग्य मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज होने से वंचित न रहे। वहीं, मृत मतदाता का नाम समय पर सूची से हटाया जाए तथा यदि कोई मतदाता किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित हो गया हो,
तो उसकी सूचना तत्काल संबंधित एआरओ को दी जाए। उन्होंने दोहराया कि किसी मतदाता का नाम दो स्थानों पर नहीं होना चाहिए।
निर्वाचन आयुक्त ने 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के युवा मतदाताओं को सूची में शामिल करने के लिए विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, और खेल स्टेडियमों पर QR कोड लगाए जाएं, ताकि युवा मतदाता आसानी से ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकें।
उन्होंने जन्म और मृत्यु से संबंधित विवरण को अद्यतन रखने, और मृत्यु होने पर मतदाता सूची से नाम तुरंत हटाने की प्रक्रिया अपनाने के भी निर्देश दिए। साथ ही निर्वाचन संबंधी प्राप्त होने वाली शिकायतों—चाहे मेल से हों या ऑफलाइन—का त्वरित और गंभीरता से निस्तारण करने पर भी बल दिया।
डॉ. जोशी ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि बीएलओ के रूप में उसी क्षेत्र के कर्मी की नियुक्ति की जाए, जिससे उसे अपने क्षेत्र के मतदाताओं की सटीक जानकारी हो। साथ ही, SVEEP कार्यक्रम के माध्यम से मतदाता जागरूकता के लिए स्थानीय कलाकारों या प्रतिष्ठित व्यक्तियों की मदद लेकर प्रचार-प्रसार किया जाए।
बैठक में जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे, सीडीओ आकांक्षा कोण्डे, व अन्य अधिकारी तथा बीएलओ उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि निर्वाचन आयुक्त के निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
