(शहजाद अली हरिद्वार)रुड़की। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र में हुए ई-रिक्शा चालक की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि बैटरी लूटने के इरादे से चालक की हत्या की गई थी।
पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।मूल रूप से ग्राम सुनहरा निवासी मिठवा ने अपने बेटे मुन्ना (31) के लापता होने की शिकायत की थी। 18 मई को मुन्ना का शव सालियर-मंगलौर हाईवे के किनारे बरामद हुआ।
जांच में पता चला कि मुन्ना के ई-रिक्शा की दो बैटरियां और मोबाइल फोन गायब थे। पुलिस ने 500 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगालकर सुराग जुटाए।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गुरुरामराय इंटर कॉलेज के पास दो संदिग्धों को बैटरी बेचने की कोशिश करते पकड़ा। पूछताछ में आरोपियों आशीष और राहुल ने जुर्म कबूल कर लिया।
उन्होंने बताया कि आशीष ने जनलक्ष्मी फाइनेंस से लिए गए लोन की किश्त चुकाने के लिए बैटरी बेचने की योजना बनाई थी। इसके लिए उन्होंने मुन्ना को ई-रिक्शा बुकिंग के बहाने बुलाया और सुनसान स्थान पर शराब पिलाकर हत्या कर दी।
जब मुन्ना ने बैटरी चोरी करते हुए राहुल को देख लिया तो दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को एक निर्माणाधीन मकान में छिपा दिया।
इस मामले का खुलासा करने वाली पुलिस टीम में एसआई अजय शाह सहित कई अधिकारी व जवान शामिल थे। पुलिस कप्तान ने टीम को सराहना के साथ पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
