(शहजाद अली हरिद्वार)उत्तराखंड। भारतीय जनता पार्टी शिक्षक प्रकोष्ठ उत्तराखंड के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षामंत्री डॉ धन सिंह रावत से चार वर्षीय एकीकृत बीएड डिग्री को भी शिक्षकों की नियुक्ति में मान्य करने की मांग की है। शिक्षामंत्री ने इसके निराकरण के लिए आवश्यक कार्यवाही हेतु विद्यालयी शिक्षा सचिव को निर्देश दिए हैं।
भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ प्रदीप त्यागी नेतृत्व में शिक्षामंत्री से उनके यमुना कॉलोनी देहरादून स्थित शासकीय आवास पर मिले प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि श्री देव सुमन विश्वविद्यालय, कुमायूं विश्वविद्यालय सहित राज्य में कई सरकारी एवं प्राइवेट विश्वविद्यालय व शैक्षिक संस्थानो द्वारा इंटरमीडिएट के बाद सीधे चार वर्षीय एकीकृत बी एड कोर्स (बीए बीएड, बीएससी बी एड,बीकॉम बी एड) का संचालन किया जा रहा है। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति 2020 के तहत भी इस कोर्स को मान्यता दी गई है और केंद्र सरकार के कई शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा भी यह चार वर्षीय बीएड कोर्स संचालित किया जा रहा है लेकिन उत्तराखंड में अशासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति हेतु आवश्यक शैक्षिक योग्यता में अभी तक इस डिग्री को सम्मिलित नहीं किया गया जिससे यह कोर्स कर चुके और अभी कर रहे छात्र अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ उत्तराखंड के प्रदेश संयोजक डॉ प्रदीप त्यागी ने शिक्षामंत्री को पत्र देकर यह चार वर्षीय बीएड कोर्स करने वाले छात्रों के हित में राज्य के शासकीय एवं अशासकीय सभी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति हेतु आवश्यक शैक्षिक अर्हता में इस कोर्स को सम्मिलित करने की मांग की है ताकि चार बीएड कोर्स कर चुके छात्रों की चिंता का समाधान हो सके जिस पर शिक्षामंत्री ने इसके निराकरण के लिए शिक्षा सचिव को निर्देश दिए हैं। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश संयोजक डॉ प्रदीप त्यागी, डॉ अशोक आर्य , त्रिलोचन प्रसाद सेमवाल, प्रजापति नौटियाल, सुषमा बालियान , डॉ मधु त्यागी, वीरेंद्र प्रभु , सचिन त्यागी, अरविन्द गौतम, अनुज आत्रेय,धर्मपाल सिंह आदि थे।
