(शहजाद अली हरिद्वार )हरिद्वार, 15 अगस्त 2025 —स्वतंत्रता और राष्ट्रभक्ति के रंगों में सराबोर हरिद्वार जनपद में आज 79वां स्वतंत्रता दिवस समारोह पूरे हर्षोल्लास और गरिमा के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय परिसर में आयोजित मुख्य समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रगान की मधुर धुन पर उपस्थित जनसमूह ने खड़े होकर देश के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त किया।
इस अवसर पर मंच पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा को और बढ़ा दिया। आसमान में लहराते तिरंगे के साथ ही पूरा वातावरण देशभक्ति के नारों, राष्ट्रभक्ति गीतों और तिरंगे रंगों से सजा दिखाई दिया।
सतपाल महाराज का संबोधन — स्वतंत्रता दिवस का महत्व और भारत की उपलब्धियां
प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज ने जनपदवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 15 अगस्त का दिन भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए गौरव और सम्मान का दिन है। यह वह ऐतिहासिक तिथि है जब 1947 में भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य की दासता से मुक्ति पाई और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में विश्व पटल पर स्थापित हुआ।
उन्होंने कहा,“स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अद्वितीय बलिदानों और संघर्षों की याद दिलाता है। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम उनके सपनों के भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।”सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने न केवल आर्थिक और तकनीकी क्षेत्र में बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी विश्व में अपनी पहचान मजबूत की है।
उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद, भारतीय विरासत और कालातीत धरोहर स्थलों को वैश्विक स्तर पर सम्मान दिलाना, स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि है।
उन्होंने “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” के मंत्र को दोहराते हुए कहा कि यह केवल एक नारा नहीं, बल्कि भारत की एकता और प्रगति का मूल आधार है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का संदेश — जनपद को सर्वश्रेष्ठ बनाने का संकल्प
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने भी जनपदवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या से ही जनपद में विभिन्न रैलियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। आज सभी सरकारी कार्यालयों में ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ।
उन्होंने कहा,
“हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और अमर शहीदों ने जिस त्याग, संघर्ष और बलिदान से हमें आजादी दिलाई, उसे हम कभी नहीं भूल सकते। उनके सपनों के भारत के निर्माण में हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।”डीएम मयूर दीक्षित ने जोर दिया कि केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि वे इन योजनाओं का लाभ लेने और अपने क्षेत्र के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए आगे आएं।
समारोह की झलकियां
- मुख्य कार्यक्रम जिला कार्यालय परिसर में हुआ, जहां राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्रगान गाया गया।
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियां — स्कूली बच्चों ने देशभक्ति गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
- रैलियां और खेल प्रतियोगिताएं — स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में साइकिल रैली, दौड़ प्रतियोगिता और पारंपरिक खेलों का आयोजन हुआ।
- स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन — मंच से स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान को कृतज्ञतापूर्वक याद किया गया।
स्वतंत्रता दिवस का संदेश
यह अवसर केवल उत्सव का ही नहीं, बल्कि आत्ममंथन और संकल्प का भी है। आजादी के 79 वर्ष बाद भी देश में कई चुनौतियां हैं — गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य की असमानताएं। लेकिन जिस तरह से आजादी के दीवानों ने कठिन परिस्थितियों में स्वतंत्रता का सपना पूरा किया, उसी तरह हम सभी को भी सामूहिक प्रयासों से इन चुनौतियों को पार करना होगा।
सतपाल महाराज और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, दोनों ने ही अपने संदेश में स्पष्ट किया कि राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।
यही स्वतंत्रता दिवस का वास्तविक अर्थ है — केवल ध्वज फहराना नहीं, बल्कि उसके सम्मान में अपने कर्तव्यों का पालन करना।
हरिद्वार का यह भव्य समारोह न केवल देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत रहा, बल्कि इसने यह भी दिखाया कि सामूहिकता, संस्कृति और संकल्प के साथ हम किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। लहराता तिरंगा और गूंजते जयकारे, आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देते हैं कि स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमें हमेशा सजग और समर्पित रहना होगा
