(शहजाद अली हरिद्वार)श्रीनगर। श्री अमरनाथ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (SASB) की 49वीं बैठक शनिवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल एवं बोर्ड के अध्यक्ष श्री मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और संपूर्ण यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।बैठक में पूज्य स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज (आचार्य महामंडलेश्वर, जूनापीठ) की उपस्थिति विशेष रूप से प्रेरणादायी रही। स्वामी जी ने कहा, “अमरनाथ यात्रा केवल धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि यह भारत की सनातन आत्मा का उत्सव है।
यहां बाबा अमरनाथ के दर्शन केवल आस्था नहीं, राष्ट्र की दिव्यता का साक्षात्कार है।”स्वामी जी ने आगे कहा कि आज का कश्मीर अब “शांति, शक्ति और सनातन संस्कृति का नया प्रतीक बन चुका है।” अमरनाथ यात्रा इस बदलाव का जीवंत प्रमाण है, जो हर भारतीय के हृदय में गौरव और श्रद्धा भर रही है।
बैठक के प्रमुख निर्णय:
यात्रा मार्गों पर अत्याधुनिक चिकित्सा केंद्र और हेल्थ यूनिट की स्थापना
त्वरित आपदा प्रतिक्रिया दल (QRT) की तैनाती
सूचना एवं सहायता केंद्रों की स्थापना
स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा बल और स्वयंसेवी संगठनों की संयुक्त व्यवस्था
बैठक में बताया गया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों को पूर्णतः सुरक्षित और व्यवस्थित कर दिया गया है। SASB इस वर्ष यात्रियों के लिए वैश्विक स्तर की सुविधाएं सुनिश्चित कर रहा है, जिनमें चिकित्सा सेवाएं, सुरक्षित आवास, स्वच्छ भोजन और आपातकालीन सहायता शामिल हैं।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, डीजीपी, सेना और अन्य उच्च प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने यात्रा की व्यवस्थाओं पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए और साझा रणनीति पर बल दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में बहाल हुई स्थायित्व और शांति ने इस यात्रा को एक राष्ट्रीय उत्सव का रूप दे दिया है। SASB ने सभी श्रद्धालुओं से निर्धारित पंजीकरण प्रक्रिया के अनुरूप यात्रा में सम्मिलित होने और बाबा अमरनाथ के दिव्य दर्शन कर भारत की सनातन संस्कृति का अनुभव करने की अपील की है।
