(शहजाद अली हरिद्वार)देहरादून। सावन माह की पवित्र कांवड़ यात्रा अपने अंतिम पड़ाव पर है और श्रद्धालु हरिद्वार से जल लेकर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रहे हैं। भीड़-भाड़, थकावट और तेज़ धूप के बीच कई बार श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ना आम बात हो जाती है,
लेकिन जब प्रशासन के आला अधिकारी स्वयं मोर्चा संभालें और संवेदनशीलता का परिचय दें, तो वह दृश्य जनमानस के लिए प्रेरणास्रोत बन जाता है।
ऐसी ही एक मिसाल पेश की देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने। कांवड़ यात्रा की निगरानी के दौरान जब उन्हें जानकारी मिली कि एक कांवड़ यात्री का अचानक बी.पी. लो हो गया है
और वह अस्वस्थ अवस्था में सड़क किनारे रुक गया है, तो वे बिना देर किए स्वयं मौके पर पहुंचे।
उन्होंने न केवल बीमार यात्री की मोटरसाइकिल को धकेलकर सुरक्षित सड़क किनारे लगाया, बल्कि स्वयं उसे नींबू पानी और प्राथमिक उपचार दिलवाया। तत्पश्चात तुरंत एम्बुलेंस बुलवाकर उसे नजदीकी अस्पताल भिजवाया।
इस दौरान अन्य श्रद्धालु और मौजूद लोगों ने एसएसपी अजय सिंह के इस मानवीय पहल की सराहना करते हुए दून पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया।
ऐसे उदाहरण दर्शाते हैं कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था ही नहीं संभालती, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर इंसानियत और सेवा का अद्भुत उदाहरण भी पेश करती है।
दून पुलिस की यह संवेदनशीलता निश्चित ही जनविश्वास को और सुदृढ़ करती है।
