(शहजाद अली हरिद्वार)हरिद्वार, 13 जुलाई 2025 — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सोच और उत्तराखंड प्रशासन के कुशल प्रबंधन के तहत इस वर्ष की कांवड़ यात्रा “ग्रीन एंड क्लीन कांवड़ यात्रा” के रूप में एक नई मिसाल बनकर सामने आई है।
इस पवित्र यात्रा को स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए शासन और जिला प्रशासन ने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर एक विशेष कांवड़ यात्रा मोबाइल ऐप विकसित किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को रीयल-टाइम जानकारी व सुविधाएं मिल रही हैं।
श्रद्धालुओं ने इस व्यवस्थागत परिवर्तन के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित का आभार व्यक्त किया है।
कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं की बात करें तो स्वच्छता, चिकित्सा, विद्युत, प्रकाश, पेयजल, शौचालय और यातायात की सुविधाएं इस बार अत्यंत व्यवस्थित रूप में कांवड़ियों को उपलब्ध कराई जा रही हैं।
हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में 1650 सफाई कर्मियों के साथ 215 डस्टबिन, 90 कूड़ा वाहन, और अत्याधुनिक एफआरपी शौचालय लगाए गए हैं।
यह स्वच्छता मिशन मुख्यमंत्री के “ग्रीन एंड क्लीन” दृष्टिकोण को पूरी तरह साकार करता है।
जिला प्रशासन की निगरानी की बात करें तो जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल स्वयं व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण कर रहे हैं।
सुपर जोनल, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी समस्या का समाधान तत्काल हो सके।
पूरी यात्रा पर ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से 24×7 नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम में कर्मचारियों की तैनाती कर रीयल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है।
चिकित्सा सेवाओं में भी कांवड़ियों को राहत देते हुए कुल 29 अस्थायी चिकित्सा शिविर बनाए गए हैं,
जहां 89 चिकित्सक, 117 फार्मासिस्ट और 150 पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। सरकारी और निजी कुल 66 एंबुलेंस सेवा में हैं।
इसके अलावा यात्रा मार्गों और पार्किंग स्थलों पर रात को सुरक्षा और सुविधा देने के लिए 7500 स्ट्रीट लाइट्स और 100 जनरेटर की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व और दिशा में हरिद्वार की यह कांवड़ यात्रा न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक बन रही है,
बल्कि एक पर्यावरणीय एवं व्यवस्थागत मॉडल के रूप में भी उभर रही है।
श्रद्धालु भी प्रशासन के इस सकारात्मक परिवर्तन को खुले दिल से सराह रहे हैं
और उत्तराखंड सरकार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं।




































