(शहजाद अली हरिद्वार)उत्तराखंड के मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन ने सचिवालय में आगामी विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) के आयोजन को लेकर संबंधित विभागों एवं सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि इस वर्ष पर्यावरण दिवस को प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर मनाया जाए। इस वर्ष पर्यावरण दिवस की विषय-वस्तु “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना” निर्धारित की गई है।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे पर्यावरण दिवस के सफल आयोजन के लिए अपने-अपने जनपदों में कार्य योजना (एक्शन प्लान) तैयार करें। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर जन जागरूकता अभियान प्रदेश के हर कोने में चलाए जाएं और इन अभियानों में आमजन की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया कि जनपद स्तर पर प्रभावशाली व्यक्तियों, चिकित्सकों, वकीलों, छात्र-छात्राओं, स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संस्थाओं तथा गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इनके सहयोग से निबंध लेखन, चित्रकला, रैली, नुक्कड़ नाटक जैसी जागरूकता प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं, जिससे समाज में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता विकसित हो।
बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्राम पंचायतों, नगर निकायों, सार्वजनिक स्थलों, सड़कों, नदियों आदि स्थानों पर विशेष सफाई अभियान चलाए जाएं। इसके साथ ही सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिलाधिकारी अभिनव गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी निभाएं।
मुख्य सचिव ने राज्यभर में वृक्षारोपण कार्यक्रम भी बड़े स्तर पर आयोजित किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में लक्ष्य निर्धारित करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण किया जाए और उनकी देखरेख की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर. के. सुधांशु, श्री एल. फैन्नाई, श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, श्री सी. रविशंकर, श्री विनोद कुमार सुमन, उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निदेशक श्री एस.पी. सुबुद्धि समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
