न्यूज़ फ्लैश
“लापता संतों पर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: श्रीमहंत धर्मेंद्र दास ने CBI जांच का स्वागत किया, बोले—‘अखाड़े में घुसे माफिया होंगे बेनकाब!’” “धर्मनगरी हरिद्वार में महाअभियान: डीएम मयूर दीक्षित की निगरानी में सड़क से घाट तक ‘क्लीन हरिद्वार मिशन’ हुई तेज, अवैध दुकानें हटीं और स्वच्छता का बिगुल जोरदार” “धनौरी स्थापना दिवस पर बहुगुणा का बड़ा संदेश—जो युवा उत्तराखंड का नाम रोशन करे, वही राज्य का सच्चा ब्रांड एंबेसडर; शिक्षा और प्रतिभा से ही बनेगी नई पहचान” “शिवालिक नगर में विकास की बयार: अध्यक्ष राजीव शर्मा ने दिल खोलकर शुरू कराए सड़क–नाली–पुलिया कार्य, हर वार्ड को ‘मॉडल नगर’ बनाने की बड़ी पहल” “लौह पुरुष की 150वीं जयंती पर हरिद्वार में उमड़ा उत्साह: स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में निकला भव्य रन फॉर यूनिटी, जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत” “जीवनदीप आश्रम में धामी का दिव्य संदेश: संतों के सान्निध्य में आध्यात्मिक महोत्सव, शहीद चौक का लोकार्पण और उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प”
Home » कार्यक्रम » उत्तराखण्ड सहित चार राज्यों के बीएलओ और चुनाव अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ

उत्तराखण्ड सहित चार राज्यों के बीएलओ और चुनाव अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ

(शहजाद अली हरिद्वार)भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर दिल्ली स्थित भारत अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन प्रबंधन संस्थान (IIIDEM) में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है। इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के फील्ड स्तर के चुनाव अधिकारी भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन देश के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने इस अवसर पर सभी 353 प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण की उपयोगिता और चुनावी प्रक्रिया की संवेदनशीलता पर प्रकाश डाला।

“हर मतदाता की भागीदारी, सशक्त लोकतंत्र की निशानी।”

उत्तराखण्ड से इस प्रशिक्षण में तीन जिला निर्वाचन अधिकारी—ऊधमसिंहनगर, चम्पावत और बागेश्वर, 12 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) तथा राज्य की सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से नामित 70 बीएलओ/बीएलओ सुपरवाइजर भाग ले रहे हैं। इन ईआरओ अधिकारियों में उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल सहित अन्य जनपदों के एसडीएम स्तर के अधिकारी शामिल हैं।

“सही जानकारी से ही होता है सटीक निर्णय संभव।”

मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया को कानून के अनुरूप सुचारू रूप से संचालित करने हेतु प्रशिक्षण अनिवार्य है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, निर्वाचक पंजीकरण नियम 1960, चुनाव संचालन नियम 1961 एवं आयोग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की सटीक समझ विकसित करने में सहायक होगा।

“बीएलओ ही है मतदाता और चुनाव आयोग के बीच की सबसे मजबूत कड़ी।”

उन्होंने विशेष रूप से आरपी अधिनियम 1950 की धारा 24(ए) और 24(बी) के अंतर्गत प्रथम और द्वितीय अपील की प्रक्रिया की जानकारी पर बल दिया। इन प्रावधानों के अंतर्गत जिला मजिस्ट्रेट और राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को मतदाता सूची से संबंधित अपीलें प्राप्त होती हैं। बीएलओ और उनके सुपरवाइजर को इन प्रावधानों की जानकारी आम मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए प्रेरित किया गया।

“शिक्षित अधिकारी, पारदर्शी चुनाव।”

पिछले दो महीनों में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 3,350 से अधिक बीएलओ स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को संपन्न होगा, जिसके बाद प्रतिभागी अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता और पारदर्शिता के साथ चुनाव कार्यों को अंजाम देंगे।

“प्रशिक्षण से ही निखरता है सेवा का संकल्प।”

यह पहल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

118 Views

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *